बिग ब्रेकिंग:लंबी जद्दोजहद के बाद सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय पूरी तरह आया अस्तित्व में प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी बने कुलपति

आखिरकार सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय पूरी तरह अस्तित्व में आ गया है जीना विश्वविद्यालय के अस्तित्व में आने राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध कॉलेजो को भी राहत मिल सकेगी।उत्तराखंड शासन द्वारा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अधिनियम 2019 की धारा 10 की उपधारा 1 में उपस्थित प्राविधानो के अधीन प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी जो कि वर्तमान में लोक सेवा आयोग के सदस्य, (लोक सेवा आयोग परिसर,गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार ) है उन्हें सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चंपावत जिलों के सरकारी डिग्री कॉलेज भी इस विश्वविद्यालय से अब सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे।


गौरतलब है कि बीते दिसंबर माह में विधानसभा सत्र के दौरान सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय विधेयक को पारित किया गया था।जीना विश्वविद्यालय का अपना आवासीय परिसर भी होगा, इसके तीन परिसर पंडित बद्रीदत्त पांडे पीजी कॉलेज बागेश्वर, लक्ष्मण सिंह महार पीजी कॉलेज पिथौरागढ़ व सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा होंगे।



प्रो भंडारी लोक सेवा आयोग से पहले अल्मोड़ा परिसर में ही केमिस्ट्री के प्रो थे