पुलिस के चेताने के बाद भी सोशल मीडिया पर हो रहे हैं अयोध्या मुद्दे पर विवादित पोस्ट

राम मंदिर/बाबरी मस्जिद पर फैसला की खबरों से सोशल मीडिया में गर्मागर्मी का माहौल है,हालांकि पुलिस द्वारा चेतवानी भी दी गयी है कि किसी भी तरह की कोई पोस्ट करने से पहले उसकी सत्यता की जांच कर ले और कोई भी पॉलीटिकल कंमेंट करने से बचे अन्यथा कड़ी कार्यवाही की जाएगी,पर लोजी है कि पुलिस की इस अपील को कोई सुनने को ही राज़ी नही है,कांग्रेस का पुराना चेहरा शहज़ाद जय हिंद ने ट्वीटर पर ट्वीट कर लिखा था कि जो बाबर की संतान होगी वो ट्वीट को रिट्वीट नही करेंगी और जो राम के साथ है वो रिट्वीट करेंगें इस ट्वीट पर लोजी खासे नाराज हो गए और ट्वीट को पुलिस को टैग कर इसकी शिकायत भी कर दी बाद में पुलिस के कहने पर शहज़ाद ने ट्वीट को डिलीट भी कर दिया,वही पत्रकार राणा अयूब ने भी विवादित ट्वीट कर डाला और पुलिस के द्वारा चेतावनी देने के बाद भी उन्होंने ट्वीट को डिलीट नही किया है,उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि 9 नवंबर को अयोध्या विवाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला भारत के लिए बड़ा दिन है,1992 को हुए बाबरी विध्वंस का ज़िक्र करते हुए उन्होंने लिखा कि इस दिन हिंदुस्तानी मुसलमानो की पीढ़ी को गैर महसूस करवाया गया ,और अंत मे उन्होंने लिखा कि उम्मीद है कि देश उन्हें निराश नही करेगा
राणा के इस ट्वीट पर अमेठी पुलिस ने राणा को चेताया कि तुरंत ये पोस्ट डिलीट करें पर राणा ने पुलिस की नही सुनी उल्टा पुलिस को ही अपना ट्वीट डिलीट करना पड़ा।सोशल मीडिया पर की जाने वाली पोस्ट पर प्रितिक्रियाएँ क्या असर करती है ये पोस्ट करने वाला सोच भी नही सकता।राम जन्मभूमि पर फैसला आने को है ऐसे में इस तरह की पोस्ट विवाद उत्पन्न कर सकती है।