न्याय के देवता गोलज्यू देवता को भक्तों ने कराया दुग्ध स्नान

देश भर के मंदिरो में भगवान शिव के महीने यानि सावन की धूम मची हुई है । कई लोग कांवड़ लाकर भगवान भोले शंकर को खुश कर रहे हैं तो वहीं नैनीताल के घोड़ाखाल मंदिर में भगवान शिव और न्याय के देवता गोलू देवता को दुग्ध स्नान करा कर भक्त खुश कर रहे हैं। साथ ही प्रार्थना कर रहे है कि भगवान शिव और गोलू देवता उनको और प्रदेश को दुःखों, और आपदा और अन्य कष्टों से दूर रखेंगे।
घोड़ाखाल में स्थित गोलज्यू के दरबार में साल भर ना सिर्फ स्थानीय लोगों का तांता लगा रहता है बल्की देश भर से आने वाले पर्यटको का भी तांता लगा रहता है। इसे गोलज्यू की महिमा ही कहेंगे जिस किसी इन्सान को कहीं से न्याय नहीं मिलता है ,उसको गोलज्यू देवता के दरबार में गुहार लगाने से न्याय मिलता है जिस कारण गोलज्यू देवता को न्याय के देवता के रूप मे जाने जाते हैं यही कारण है कि हर जगह से हारा इन्सान गोलज्यू के दरबार में न्याय की गूहार लगाता है, और उसको इस दरबार से न्याय मिलता है और इस मंदिर में साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है।
माना जाता है कि गोलज्यू देवता न्यायप्रिय थे और वेा भक्तो के साथ हमेशा ही न्याय करते थे और भक्त मानोकामना पूरी होने पर गोलज्यू देवता के दरवार में पूजा अर्चना करता है, और गोलज्यू देवता के दरवार में घंटी भी चढ़ाते हैं। मंन्दिर में टंगी सैकड़ों घंटियां इस बात की गवाही दे रही है। मंदिर के पुजारी कुवर नंद जोशी बताते है कि गोलज्यू देवता का न्याय देने का शिशाला आज से ही नहीं बल्की ब्रिटीश काल से ही जारी है जिस कारण ब्रिटीश काल में गोलज्यू देवता को ब्रिटीश लोग गोर्ड ऑफ जस्टीस के नाम से जानते थें।
मान्यता है कि गोलज्यू के दरबार में अर्जी लगाने से ही भक्तो की मानोकमनाए पूरी करते हैं और भक्तो की मनोकामनाए पूरी भी होती है यही कारण है कि यहां आने वाले भक्त अपनी अर्जी भगवान के दरवार में लगाता है चारो तरफ लगी ये अर्जीयां न्याय और मनोकामना पूरी होने की गुहारे इस बात का पुख्ता प्रमाण दे रही हैं, कि जिसकी भी मानोकामना पूरी हुई वो गोलज्यू का ही होकर रह जाता है।