निर्भया हत्याकांड के दोषियों को जिस दिन होगी फांसी उस दिन फ्री में सफर करवाएंगे ऑटोरिक्शा चालक राजपाल।

निर्भया हत्याकांड के दोषियों को अदालत के फैसले के मुताबिक 20 मार्च को फांसी होनी है,दिल्ली में निर्भया के दोषियों को फांसी का मामला बार बार टालने पर देश के कई हिस्सों में काफी रोष भी देखा गया,क्योंकि निर्भया के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म से हर कोई बुरी तरह आहत था,एक ऐसा भी इंसान उन दरिंदो से आहत हुआ जो निर्भया कांड के बाद हर अकेली महिला को अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुए समाज के लिए काम करने लगा,हरियाणा (हिसार )के आर्यनगर गांव में राजपाल नाम के ऑटो चालक निर्भया के दोषियों को फांसी होने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।जिस दिन दोषियों को फांसी होगी उस दिन राजपाल ऑटोरिक्शा में पूरे दिन फ्री में लोगों को उनकी मंज़िल तक पहुंचाएंगे,इसके लिए बाकायदा उन्होंने एक बैनर भी प्रिंट करवा कर अपनी ऑटो में लगवा दिया है।

राजपाल के मन मे महिलाओं के प्रति सम्मान इस कदर है कि वो रक्षा बंधन के दिन भी सभी महिलाओं को फ्री में सफर करवाते हैं।उनके इन कामो के लिए हर कोई उनकी तारीफ करता है इससे राजपाल के द्वारा समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान का संदेश भी जाता है।राजपाल शादीशुदा हैं और उनकी दो बेटियां भी है घर मे उनकी दो बहनें भी हैं राजपाल अच्छी तरह समझते हैं कि आज देश मे महिलाओं की सुरक्षा कितनी ज़रूरी है।अपनी ऑटोरिक्शा में महिलाओं को उनकी मंज़िल तक सुरक्षित तरह से पहुंचा कर उन्हें बहुत सुकून मिलता है,देर शाम को भी राजपाल सुनसान सड़को पर अकेली महिलाओं की मदद करते हैं ।राजपाल निर्भया के दोषियों को जिस दिन फांसी होगी उस दिन दिन की हर बार तारीख प्रिंट करवा लेते थे लेकिन हर बार तारीख ही कोर्ट के द्वारा बदल दी जाती थी इसलिए इस बार उन्होंने तारीख की जगह दिन प्रिंट करवाया है इस बार भी निर्भया हत्याकांड के दोषियों की फांसी टली तो वो दोषियों के वकील का पुतला जलायेंगे।

आज पूरे देश मे राजपाल जैसे ऑटोरिक्शा वाले की तरह हर चालक और परिचालक हो तो देर शाम ऑफिस से घर जाने वाली लड़कियों को किसी भी तरह का कोई खतरा ही ना हो,जो सोच राजपाल महिलाओं के लिए रखते है काश उस दिन रात को जिस बस में निर्भया सफर कर रही थी उसके बस ड्राइवर और कंडक्टर की भी वही सोच होती तो आज निर्भया अपने परिवार में सही सलामत होती।