जहान्वी का स्कूल के शिक्षक हर रोज़ करते हैं स्वागत ! लेकिन क्यों? बड़ी दिलचस्प कहानी है ये।

इस स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा का हर रोज़ शिक्षक स्वागत करते हैं ,आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी क्या खास बात है इस छात्रा में ? दरअसल बिहार की राजधानी पटना से लगभग 130 किमी की दूरी पर एक ऐसा सरकारी स्कूल स्थित है जहां सिर्फ एक ही छात्रा पढ़ने आती है और इस छात्रा को पढ़ाने के लिए दो शिक्षक नियमित रूप से स्कूल आते हैं।

गया के नक्सल प्रभावित इलाके में बने प्राथमिक विद्यालय में जहान्वी नाम की इकलौती छात्रा हर रोज़ पढ़ने आती है,जहान्वी के स्वागत में दो शिक्षक हर सुबह खड़े रहते हैं।इन दोनों शिक्षकों के मुताबिक हमारी पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता इस छात्रा को हर हाल में शिक्षित करना है,यही इकलौती छात्रा है जो रोज़ स्कूल आती है,ये किसी उपलब्धि से कम नहीं है।

वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य कहते हैं कि जहान्वी हमारे लिए बेहद खास है क्योंकि वो जानती है शिक्षा की क्या अहमियत होती है,पूरे स्कूल में इकलौती छात्रा होने के बावजूद जहान्वी की पढ़ाई के प्रति चिंता ने हम सबका मनोबल बढ़ाया है।अगर एक दिन भी किसी वजह से जहान्वी स्कूल ना आये तो उस दिन स्कूल में एक भी क्लास नही लगती ।जहान्वी स्कूल के लिए बहुत खास है इसलिए हर रोज़ उसका स्वागत किया जाता है।

आपको बता दें कि 1972 से ये स्कूल आज तक चल रहा है,और यहाँ हर बुनियादी सुविधाएं भी मौजूद हैं,स्कूल में चार कक्षाएं है,शौचालय, किचन, और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर भी है लेकिन इन सुविधाओं के बावजूद इस साल सिर्फ 9 बच्चों ने ही दाखिल लिया था जिनमे से केवल जहान्वी ही हर रोज़ नियमित रूप से पढ़ने आती है,एक और बात जो ये साबित करती है कि जहान्वी इस स्कूल के लिए कितनी खास है,यदि किसी भी कारण स्कूल में मिड डे मील नही बन पाता तो स्कूल प्रबंधन जहान्वी के लिए होटल से लंच मंगवाते हैं।