क्वारंनटाइन सेंटरों की बदहाली पर रामनगर तहसील में विभिन्न संगठनों का धरना।

रामनगर- क्वॉरेंटाइन केंद्रों की समुचित व्यवस्था करने और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे कार्मिकों को आवश्यक सुरक्षा उपकरण देने सहित कई अन्य मांगों को लेकर विभिन्न संगठनों के लोगों ने तहसील मुख्यालय में लाक डाउन के नियमों का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना देकर एसडीएम विजय नाथ शुक्ल के माध्यम से एक ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजा। 


गुरुवार को मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया कि जनपद नैनीताल के बेतालघाट ब्लॉक में तल्ली सेठी स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में सांप के डसने से 4 साल की बच्ची की मृत्यु हो गई थी जिसमें बालिका के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा भी दिया जाए। सेंटर में सर्पदंश से मौत की घटना भले ही यह पहली हो लेकिन इन सेंटरों की दुर्दशा की बातें आए दिन सामने आ रही हैं देहरादून से लेकर सुदूर अस्कोट तक और ऋषिकेश से लेकर गैरसैंण तक यह सेंटर अव्यवस्था के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर रिहायशी स्थलों को ही बनाया जाए जिनमें सभी आवश्यक सुविधाएं और साफ सफाई की समुचित व्यवस्था हो तथा स्कूल पंचायत घर आदि को क्वॉरेंटाइन सेंटर ना बनाया जाए तथा इन सेंटरों में गुणवत्ता युक्त भोजन दिया जाए उन्होंने कहा कि गांवों में क्वारंटीन सेंटरों की व्यवस्था सरकार द्वारा ग्राम प्रधानों के हवाले कर दी गई है जो अधिकार और संसाधन विहीन है सेंटरो की व्यवस्था का जिम्मा पूरी तरह से स्थानीय प्रशासन के हाथ में दिया जाना चाहिए।


उत्तराखंड में टेस्टिंग की सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है मुख्यालय और ब्लॉक मुख्यालय पर टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु त्वरित व्यवस्थाएं कायम करने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर लोग अपने मूल स्थानों को वापस लौट रहे हैं, उसमें रेड जोन से भी बड़ी तादाद में लोग आ रहे हैं संक्रमण के फैलाव वाले क्षेत्रों से वापस लौट रहे लोग इसके लिए उत्तरदाई नहीं है बल्कि केंद्र सरकार की अदूरदर्शिता इसके लिए जिम्मेदार है, उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे हुए डॉक्टर नर्स सहित सभी स्वास्थ्य कर्मियों आशा आंगनवाडी कार्यकत्रियों भोजन माताओं पुलिस पीआरडी होमगार्ड को संक्रमण से बचाने के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं साथ ही विभिन्न प्रदेशों और राज्य के अंदर यात्रियों को लाने ले जाने वाले चालकों व परिचालकों को भी स्वास्थ्य रक्षा हेतु समुचित उपाय किए जाएं और इन सब का निरंतर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाए स्वास्थ्य सेवाओं को दुरस्त करने को लेकर सभी प्राथमिक चिकित्सालय सामुदायिक की किसानों से लेकर सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ का पर्याप्त इंतजाम तत्काल प्रभाव से किया जाए। इस दौरान प्रभात ध्यानी, मनमोहन अग्रवाल ,महेश चंद्र जोशी, ललित उप्रेती,पंकज, चंदन ,रवि, हेमचंद भट्ट ,सरस्वती जोशी ,तुलसी जोशी, किरन, हीरा सिंह ,लालमणि, कौशल्या सहित कई लोग मौजूद रहे।