कोरोना मरीज़ो की तादाद ज़्यादा हो जाये तो आइसोलेशन के लिये मेरा मकान हाज़िर है।

राहत इंदौरी का नाम सुनते ही आपको ग़ज़ल और शायरी याद आ जायेगी,अगर ये दोनों ही इशारों की कलाएं है तो यकीनन राहत इन्दौरी इन दोनों कलाओं के बेताज बादशाह हैं।इन दिनों कोरोना वायरस की महामारी के चलते कई लोगों का काम रुक गया है ,लेकिन राहत साहब ऐसे मौके पर भी अपने हुनर का और अपनी इंसानियत का बखूबी सबूत दे रहे हैं।राहत इन्दौरी ने अपने सोशल एकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि खुदा ना करे मुल्क में कोविड19 के मरीजो की तादाद ज़्यादा हो लेकिन अगर हो जाये और इंदौर में मरीजों को आइसोलेट करने के लिए अलग कमरों की ज़रूरत हो तो मेरा मकान हाज़िर है।
इस पोस्ट को उन्होंने जबसे शेयर किया है तब से लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।इस पोस्ट के आख़िरी में उन्होंने अपने रब से भी दुआ की और लिखा रब हम सबकी इस वबा से हिफाज़त करे। राहत इन्दौरी हमेशा अपनी शायरियों से महफ़िल सजा देते हैं लेकिन आज देश जब महामारी से जूझ रहा है और हर जगह डर,सन्नाटा पसरा हुआ है तब भी राहत साहब अपनी पोस्ट के ज़रिए अपने नाम को सार्थक करते हुए सच मे राहत देते दिखाई दिए।गौर करने वाली बात ये है कि कोरोना वायरस के फैलने के डर से देशभर में जहां डिस्टेनसिंग रखने को कहा जा रहा है वहीं राहत साहब ने कोरोना वायरस से लड़ने में सरकार का साथ देने के लिए अपने मकान में कोरोना मरीजो को कमर देने की बात कहकर एक बहुत बड़ी पेशकश कर दी।