कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ओरेंज ज़ोन से रेड ज़ोन में आये नैनिताल और हरिद्वार जिले।

उत्तराखंड राज्य को कोरोना संक्रमण के प्रभाव के अनुसार तीन ज़ोन में बांटा गया था रेड,ओरेंज और ग्रीन ।कुछ दिन पहले तक राज्य में सिर्फ देहरादून को ही रेड ज़ोन यानी सबसे ज़्यादा कोरोना प्रभावित क्षेत्र में रखा गया था,लेकिन बीते तीन दिनों के अंदर कोरोना के केस लगातार बढ़ने से रेड ज़ोन की लिस्ट में अब देहरादून के साथ हरिद्वार और नैनीताल जिला भी शामिल कर दिया गया है। लॉक डाउन का यदि ठीक तह से पालन किया जाता तो ये जिले ओरेंज से रेड ना होकर ग्रीन ज़ोन में शामिल हो सकते थे।

बता दें कि राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले ही सूची जारी की थी जिसके आधार पर राज्य के हॉट स्पॉट बन चुके देहरादून को ही रेड ज़ोन में शामिल किया था क्योंकि कोरोना के सबसे ज़्यादा मामले देहरादून से ही सामने आए थे,हालांकि हॉट स्पॉट के रूप में हल्द्वानी का बनभूलपुरा क्षेत्र भी पूरी तरह सील बन्द कर दिया गया है,लेकिन ये क्षेत्र भी रेड ज़ोन की श्रेणी में नही रखा गया था,पर अब रेड ज़ोन में तीन जिलों को रखा गया है।स्वास्थ्य अपर सचिव युगल किशोर ने मीडिया को बताया कि लॉक डाउन 2.0 की अवधि को 3 मई तक किस तरह सरकार अपनी रणनीति को अब और ज़्यादा  प्रभावी बनाएगी,रेड,ओरेंज,और ग्रीन ज़ोन में रखे गए जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर ही ज़ोन तब्दील किये जायेंगे वही उन्होंने ये भी बताया कि अजीज प्रेम जी फाउंडेशन द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए 3 हज़ार पीपीई किट,5000 एन- 95 मास्क और 50 हज़ार ट्रिपल लेयर मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं।24x7 हेल्प लाइन नम्बर्स पर राज्य के अलग अलग जगहों से 750 लोगो द्वारा कॉल भी की गई जिनके सापेक्ष में 412 लोग कोरोना या लॉक डाउन के कारण मानसिक तनाव में थे,उन्हें इसका उपचार और समाधान भी बताया गया।राज्य सरकार द्वारा जारी की गाइडलाइंस के अनुसार किसी भी ज़ोन में 14 दिनों के अंदर कोरोना के मामले घटने या बढ़ने की दर से ही तय किया जाएगा कि आने वाले समय मे किस जिले को किस ज़ोन में रखना है।अभी तक नैनीताल जिला ओरेंज ज़ोन में था लेकिन कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी होने से नैनीताल जिला भी रेड ज़ोन में आ गया है ,जिससे 20 अप्रैल के बाद यहाँ लॉक डाउन सशर्त खोलने की संभावना अब ना के बराबर है।