उत्तराखण्ड में हादसों भरा रहा बीता रविवार

उत्तराखंड में बीते रविवार का दिन प्रदेशवासियों के लिए दुख भरा दिन रहा। यूं कहें कि यह रविवार हादसों का रविवार रहा। कल प्रदेश में एक के बाद एक कई दुर्घटनाओं हुई, जिसके चलते भारी जन-धन की हानि हुई है।पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते तमाम जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, और नदियां उफान पर हैं।


उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक में बादल फटने की घटना से अब तक 18 लोग असमय मौत की आगोश में समा गये, और कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। वहीं पौढ़ी गढ़वाल के धूमाकोट के अन्दरोली के पास एक यात्री बस मोड़ पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें तीन लोग सवार थे और ड्राइवर व कैंडेक्टर की मौके पर ही मौत हो गयी थी। वहीं कुमाऊं के रामनगर में पहली घटना में रामनगर से गैरसैंण की ओर जा रही यात्रियों से भरी बस उफनते नाले में बह गई।तो दूसरी ओर दिल्ली से कार्बेट पार्क घूमने आए पर्यटकों की कार धनगढ़ी गधेरे में बह गई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। रविवार को ही धारचूला तहसील के अंतर्गत पिथौरागढ़ धारचूला राजमार्ग पर नया बस्ती के पास मदकोट से धारचूला जा रहे एक वाहन पर चट्टान से बड़ा पत्थर गिर गया जिसमें 1 व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गया।


देहरादून के रायपुर क्षेत्र में पिकनिक मनाने गए एक परिवार की महिला की बरसाती नदी की चपेट में आकर मौत हो गयी।चकराता क्षेत्र में देहरादून और हिमाचल के बॉर्डर पर एक कार घंटों नदी के बहाव में फंसी रही जिसे बाद में जेसीबी के जरिए बाहर निकाला गया।कुल मिलाकर उत्तराखंड आपदा प्रबंधन ने बरसात के मौसम में अब तक प्रदेश में लगभग 50 मौतों का दावा किया है।यह भी कहा गया है कि पिछले साल करीब 100 लोग बरसात के समय आई विभिन्न आपदाओं में मौत के मुंह में समा गए थे।


 उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से जल-प्रलय जैसा मंजर हो गया है। संपर्क मार्ग बहने से पहाड़ों पर बसे दर्जनों गांवों का संपर्क भी कट गया है। वायु सेना का हेलीकाप्टर भी राहत कार्य में लगाया गया है।चारों तरफ बस आपदा का मंजर देखा जा रहा है।उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना से प्रभावित परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम सहित रेडक्रॉस, खाद्य आपूर्ति, राजस्व, आईटीबीपी, क्यूआरटी, पेयजल, सड़क, सतलुज जल विद्युत परियोजना की संयुक्त टीमें मौके पर मौजूद हैं, और राहत बचाव कार्य कर रहे है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी सचिव एस० ए० मुरुगेशन ने बताया कि अभी तक करीब 10 लोगो की मौत और 6 लोग लापता है। कई गावों में राहत बचाव के लिए एसडीआरएफ टीम रवाना कर दी गयी है। ताकि वहां के स्थानीय निवासियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा सके।