उत्तराखंड परिवहन निगम के डिपो में 58 लाख का घोटाला

उत्तराखंड रोडवेज के रुड़की डिपो में कर्मचारियों के वेतन से हर महीने लाखों रुपये की कटौती कर सहकारी वेतन भोगी ऋण समिति के खाते में धनराशि को गलत तरीके से भेजने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। एजीएम रुड़की आरपी पैन्यूली ने जांच रिपोर्ट परिवहन निगम मुख्यालय को सौंपी है, उसमें मार्च-2018 से फरवरी -19 तक करीब 58 लाख रुपये सहकारी समिति के खाते में गलत तरीके से भेजने का रिकार्ड दिया है। आशंका है कि यह घोटाला सितंबर-2017 से चल रहा है और घोटाले की रकम लगभग 94 लाख हो सकती है। इस मामले में डिपो कैशियर को पहले ही निलंबित किया जा चुका है व मुख्यालय इसकी विस्तृत जांच करा रहा है। मामला तब पकड़ में आया जब गत 10 अप्रैल को उत्तराखंड परिवहन निगम के नए प्रबंध निदेशक आर राजेश कुमार ने सूबे के लगभग सभी डिपो में चल रही है वेतन ऋण सहकारी समिति के रिकार्ड तलब किए। रुड़की डिपो में जब यह पत्र मिला तो एजीएम पैन्यूली ने पाया कि डिपो में 6 समितियां कार्यरत हैं। इसमें उत्तरांचल राज्य सड़क परिवहन निगम कर्मचारी सहकारी समिति के दस्तावेज नहीं मिले समिति की ओर से कर्मियों की ऋण कटौती की कोई जानकारी नहीं दी जा रही थी। मगर इसके बावजूद हर माह उसके खाते में लाखों की धनराशि गलत तरीके से भेजी जा रही थी। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि वेतन की मद से भेजी गई धनराशि से इस तरह की कटौती नहीं हो सकती। यह बहुत बड़ी अनियमितता है। अभी जांच चल रही है। दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई होगी।