उत्तराखंड:गिरते हुए पुल से आवाजाही करने को मजबूर ग्रामीण प्रशासन की अनदेखी से हो सकता है बड़ा हादसा

चमोली जनपद के दशोली विकासखंड स्थित निजमुला घाटी में इन दिनों यंहा दर्जनों गांवो के ग्रामीण पुल न होने के कारण क्षतिग्रस्त पुल से जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर होकर अपने गंतव्यों तक पहुंच रहे है।वर्ष 2017 -18 में गौणा गांव के पास पीएमजीएसवाई के द्वारा बनाया गया मोटर पुल पहाड़ी से मलवा आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था।जिसके बाद से विभाग के द्वारा यंहा पर पुल का निर्माण नही करवाया गया,जिस कारण यंहा लोग जान हथेली पर रखकर उफनती नदी के ऊपर इस क्षतिग्रस्त पुल के ऊपर से आवाजाही करने को मजबूर है।चमोली में इन दिनों लगातार बीते तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है ,गांवो में नदी नाले उफान पर है।लेकिन कई स्थानों पर लोग शॉटकट बैकल्पिक रास्तो के चक्कर मे अपनी जान की परवाह किये बगैर आवाजाही के लिए खतरा मोल ले रहे है।ऐसा ही एक वीडियो झींझी गांव के पास का है ,जंहा पर दो युवक नदी के ऊपर लटके पेड़ के ऊपर से चढ़कर नदी पार कर रहे है,वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पेड़ के ठीक नीचे उफनती नदी है ,अगर थोड़ी सी भी गलती हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है ।मामले में ज़िलाधिकारी चमोली स्वाति इस भदौरिया का कहना है कि वीडियो में जिस स्थान पर पेड़ के ऊपर से यह दो युवक आवाजाही कर रहे है ,वँहा से 200 मीटर की दूरी पर पैदल झूला पुल स्थित है,लेकिन बावजूद उसके भी यह युवक जान जोखिम में डाल रहे है।उन्होंने अपील की है कि बरसात के सीजन में अगर स्थाई पुल मौजूद है,तो वैकल्पिक पुलों का उपयोग कर खतरा मोल न ले।