अब आमजन भी ठहर सकेंगे वन विभाग के विश्राम गृहों में

प्रदेश में वन विभाग आमलोगों को वन और वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरुक करने के दृष्टिकोण से वन-विभाग के विश्राम गृहों को आमजन के लिए खोलने जा रहा है।अभी तक यह एक धारणा थी कि आमजन यहां नही रुक सकता,लेकिन अब वन विभाग इस अवधारणा को बदलने जा रहा है।प्रदेश में कार्बेट रिजर्व के बाद अब अन्य स्थानों पर बने वन विभाग के विश्राम गृहों में कोई भी व्यक्ति ठहर सकता है।इसके लिए वन विभाग बुकिंग व्यवस्था ऑनलाइन बनाने की तैयारी कर रहा है। प्रमुख वन संरक्षक कार्यालय ने इसके लिए मुख्य संरक्षक,गढ़वाल,कुमाऊं और वन्यजीव को उनके क्षेत्रों में आने वाले वन विश्राम गृहों का चयन कर उनकी सूची उपलब्ध कराने को कहा है।इसके साथ ही इनकी रेंज का नाम,विश्राम गृह का क्षेत्र,उपलब्ध कक्षों की संख्या,प्रति कक्ष का किराया,सड़क से दूरी,नजदीकी टाउनशिप,जीपीएस लोकेशन देने को कहा गया है,जिससे की ऑनलाइन व्यवस्था शुरु की जा सके।प्रदेश में अभी लगभग 250 वन विश्राम गृह हैं। इनमें से कई ब्रिटिश काल के हैं और प्रमुख स्थलों पर बने हुए हैं।यहां अभी तक केवल वन विभाग के अधिकारी या सिफारिश के आधार पर आए हुए लोग ही ठहर सकते हैं।इस बारे में प्रमुख वन संरक्षक का कहना है कि आम लोग वन क्षेत्रों का भ्रमण करें और वनों को समझें,इसके लिए आमलोगों को वन क्षेत्रों में ठहरने के लिए एक सुगम माहौल दिया जाना चाहिए,वन विभाग के विश्राम गृहों को सरलता से आमजन को उपलब्ध कराने के लिए आरक्षण की व्यवस्था को ऑनलाइन किए जाने की जरुरत है।कार्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में यह व्यवस्था है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं।