उत्तराखण्डः वनाग्नि से निपटने का प्लान! पूरे प्रदेश में लागू होगा अल्मोड़ा का शीतलाखेत मॉडल, निरीक्षण को पहुंची 50 सदस्यीय टीम

अल्मोड़ा। उत्तराखंड में वनाग्नि से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए राज्य सरकार ने अल्मोड़ा के प्रसिद्ध शीतलाखेत मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया है। इसे समझने के लिए वन विभाग की टीमें शीतलाखेत का दौरा कर रही हैं। सिविल सोयम वन प्रभाग, पौड़ी की 50 सदस्यीय टीम ने तीन दिवसीय दौरे में जंगलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक धनंजय मोहन ने मॉडल का निरीक्षण कर निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी वन प्रभाग इसे अपनाएं और प्रभावी रूप से लागू करें। उन्होंने सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर जोर देते हुए इसे वनाग्नि नियंत्रण और संरक्षण का स्थायी समाधान बताया। पौड़ी से आई टीम में वन अधिकारी, कर्मचारी, महिला मंगल दल और वन पंचायतों के सरपंच शामिल थे। उन्होंने सामुदायिक प्रयासों से वनों के संरक्षण और वनाग्नि प्रबंधन की सफल प्रथाओं का अध्ययन किया। टीम ने शीतलाखेत के ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी जंगल बचाने की रणनीतियों को समझा।