उत्तराखण्डः हल्द्वानी में आयोजित ‘पहाड़ी स्वाभिमान रैली’ में गरजे लोग! कैबिनेट मंत्री अग्रवाल और प्रदेश अध्यक्ष भटट के खिलाफ आक्रोश, पास किया बड़ा प्रस्ताव

Uttarakhand: People roared in the 'Pahadi Swabhiman Rally' organized in Haldwani! Anger against Cabinet Minister Agarwal and State President Bhatt, passed a big proposal

हल्द्वानी। हल्द्वानी में पहाड़ी आर्मी द्वारा आयोजित ‘पहाड़ी स्वाभिमान रैली’ में सैकड़ों की संख्या में जनता सड़कों पर उतरी। इस दौरान राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में कहा गया कि विधानसभा के दौरान वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल द्वारा की गयी टिप्पणी पर कार्यवाही की मांग की गयी। वहीं मूल निवास 1950 लागू करने, यूसीसी कानून के प्रावधानों में बदलाव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा आंदोलनकारियों को ‘सड़कछाप’ संबोधित करने पर मुकदमा दर्ज की मांग उठाई गयी। कहा गया कि उत्तराखण्ड राज्य विषम भौगोलिक प्रस्थितियों वाला हिमालयी राज्य है, लंबे समय से भू-कानून, मूल निवास-1950 राज्य के मूल निवासियों का भूमि पर विकास अथवा कृषि करने का मूल अधिकार मांग रही। वर्तमान में राज्य में हिमालय क्षेत्र असंतुलित हो गया है। यहां के मूल निवासियों द्वारा संरक्षित जल, जगंल, जमीन पर बाहरी लोगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है, जिस कारण प्रदेशवासी लगातार सड़कों में मूल निवास और सशक्त भू-कानून की मांग कर रहे हैं। वहीं उत्तराखण्ड सरकार ने उपरोक्त सभी मांगों पर कुठाराघात कर समान नागरिक संहिता लागू कर दी है। जो प्रदेश की 90 प्रतिशत पहाड़ी हिंदुओं की संस्कृति तथा रिति रिवाजों पर आघात करता है। सनातन धर्म को खिन्न भिन्न करता है। कहा कि वर्तमान समान नागरिक संहिता कानून में कई अनियमितताएं हैं, जिन्हें दूर किया जाना चाहिए।

वहीं बुद्ध पार्क में स्वाभिमान रैली में पहाड़ी आर्मी के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने जनता के बीच एक प्रस्ताव रखा, जो  जनता ने सर्व सम्मति से पास हुआ। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल का पहाड़ के सभी मंदिर एवं धार्मिक स्थल से बहिष्कार किया जाए, जिसके लिए सभी मंदिर समितियों के पदाधिकारियों से भी अपील कि वह भी सूचना जारी करें और हमारा संगठन हर मंदिर में जाकर समर्थन के लिए पत्र देगा। वक्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन अब गांव-गांव तक जाएगा। पहाड़ियों पर अभद्र भाषा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चौखुटिया से आए फौजी भुवन कठैत ने घोषणा कि यदि 10 मार्च तक प्रेम चंद्र अग्रवाल का इस्तीफा नहीं हुआ तो अगले दिन से गैरसैंण में अनशन में बैठूंगा। राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु व नौकुचियाताल के हेमचंद्र पाठक ने कहा कि राज्य हमारा खून से बना है। यदि फिर खून मांगेगा तो हम तैयार हैं। मगर पहाड़ के स्वाभिमान के खिलाफ जो भी बोलेगा उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस मौके पर आंदोलनकारी तुलसी रौतेला, सुनीता जीना, विनोद शाही, अधिवक्ता डीके जोशी आदि ने रैली को सम्बोधित किया। इस दौरान मोहन कांडपाल, भगवंत सिंह राणा, गौरव गोस्वामी, कमलेश खंडूरी, विशाल शर्मा, राहुल छिमवाल, कार्तिक उपाध्याय, पीयूष  जोशी, केडी पांडेय, कमलेश असगोला, राजेंद्र बिष्ट, कमल जोशी, मयंक भट्ट, कैलाश डालाकोटी, दीप चन्द्र पांडेय, किरण डालाकोटी, हिमांशु शर्मा, हरीश बृजवासी, महेश चंद्र पंत, विनोद नेगी, चंदन सिंह, कमलेश जेठी, कपिल शाह, बंटी जोशी, दीपक गंगोला, त्रिलोचन बेलवाल, दीपक मेवाड़ी आदि मौजूद रहे।