उत्तराखंड: केदारनाथ में बर्फ काटकर तैयार हो रहा रास्ता! बाबा के दर्शन के लिए ग्लेशियरों के बीच से होकर गुजरेंगे श्रद्धालु,दर्जनों मजदूर काम पर लगे

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम जैसे विषम परिस्थितियों वाले क्षेत्र में इन दिनों मजदूर बर्फ सफाई के कार्य में जुटे हुए हैं। आगामी दो मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं। ऐसे में प्रशासन स्तर से तैयारियां जोरों पर हैं। जहां तीर्थयात्रियों को आवागमन में कोई दिक्कत न हो, उसको लेकर राजमार्ग की स्थिति को सुधारा जा रहा है तो गौरीकुंड से केदारनाथ 19 किमी पैदल मार्ग पर बडे़-बड़े ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है। इस बार यात्रा के शुरूआत में तीर्थयात्री ग्लेशियरों के बीच से होकर रोमांचकारी यात्रा भी कर सकेंगे।
आगामी दो मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा को लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। लोनिवि गुप्तकाशी के मजदूर केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने के काम में जुटे हुए हैं। पैदल मार्ग के रामबाड़ा से लिनचोली तक बर्फ हटाकर पांच किमी रास्ते को आवाजाही के लिए बना दिया गया है, जबकि इन दिनों कुबेर गदेरा हिमखंड को काटकर रास्ता बनाया जा रहा है। अगले चार से पांच दिनों में मजदूरों की टीम केदारनाथ पहुंच जाएगी। 70 से अधिक मजदूरों ने पहले चरण में रामबाड़ा से लिनचोली तक बर्फ हटाने का काम पूरा किया। यहां पांच किमी क्षेत्र में बर्फ को काटकर घोड़ा-खच्चर व पैदल आवाजाही के लिए चार फीट चौड़ा रास्ता बनाया गया है। दूसरे चरण में लिनचोली से छानी कैंप में बर्फ हटाने काम जारी है। यहां कुबेर गदेरा में हिमखंड को काटकर रास्ता बनाया जा रहा है। विभागीय अधिशासी अभियंता विनय झिक्वांण ने बताया कि केदारनाथ धाम जैसे विषम परिस्थितियों वाले क्षेत्र में मजदूर दिन-रात एक करके बर्फ को काटकर रास्ता तैयार करने में जुटे हुए हैं। अगले चार से पांच दिन में पैदल मार्ग की बर्फ साफ कर टीम केदारनाथ पहुंच जाएगी, जिसके बाद घोड़े-खच्चरों की आवाजाही को भी सुचारू कराने के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि लिनचोली से छानीकैंप के बीच तीन स्थानों पर हिमखंड पसरे हुए हैं, जिन्हें काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है। बताया कि 15 अप्रैल तक केदारनाथ मंदिर तक बर्फ हटाकर रास्ते को आवाजाही लायक बना दिया जाएगा। इस बार शुरूआत में केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को बर्फ के बीच से होकर गुजरने में रोमांचकारी यात्रा का अहसास होगा।