हालातः कुमाऊं में जमकर बेची गई बाहरी लोगों को जमीन! जांच में हुए खुलासे, नैनीताल और अल्मोड़ा में स्थिति चौंकाने वाली

हल्द्वानी। उत्तराखण्ड में जमीन खरीद नियमों की अनदेखी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कई जगहों पर स्थिति चौंकाने वाली है। कुमाऊं की बात करें तो यहां चंपावत, अल्मोड़ा, नैनीताल और बागेश्वर में 94 बाहरी लोगों को प्रशासन ने मानकों को ताक पर रखकर जमीन दिलाने में सहयोग किया है, जिसको लेकर फिलहाल जांच जारी है।
अल्मोड़ा की बात करें तो यहां 23, नैनीताल में 64 बाहरी लोगों ने मानको के विपरीत जमीन की खरीद-फरोख्त की है। वहीं चंपातव में तीन लोगों ने निर्धारित मानक से अधिक जमीन खरीदी है। बागेश्वर में फिलहाल जांच चल रही है और जल्द यहां की स्थिति भी साफ होगी। वहीं पिथौरागढ़ से अच्छी खबर ये है कि यहां अभी तक किसी बाहरी व्यक्ति ने जमीन की खरीद-फरोख्त नहीं की है।
नैनीताल जनपद की बात की जाए तो यहां अबतक सबसे ज्यादा 64 मामले भू-कानून उल्लंघन के आए हैं। इनमें अधिकांश मामले नैनीताल, रामनगर, भीमताल, रामगढ़, धानाचूली और मुक्तेश्वर क्षेत्र के हैं। यहां कई स्थानों पर कृषि भूमि खरीदकर उसपर रिजॉर्ट तक तैयार कर दिए गए हैं और कुछ जगहों पर फ्लैट तैयार कर उन्हें बेचे जाने की शिकायतें भी सामने आई हैं। भू-कानून का उल्लंघन करने वालों में अधिकतर दिल्ली, गुजरात और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। बता दें कि पिछले दिनों शासन के निर्देश के बाद बाहरी लोगों के 250 वर्ग मीटर से अधिक भूमि खरीदने के मामले की जांच शुरू की गयी थी।