शर्मनाक: बिहार में शिक्षक की गला रेतकर हत्या! सीमा विवाद में उलझी पुलिस,घंटों पड़ा रहा शव

बिहार के बेगूसराय में अपराधियों ने एक प्राइवेट शिक्षक की गला रेतकर हत्या कर दी और शव को कावर झील के बहियार में फेंक दिया। मामले में अजीबोगरीब स्थिति तब बन गई,जब सीमा विवाद में शिक्षिक का शव तकरीबन पांच घंटे तक घटनास्थल पर ही पड़ा रहा। सीमा विवाद का यह मामला तब सलटा जब कई अमीन मौके पर पहुंचे और सीमा रेखा का निष्पादन किया।
शिक्षक का शव छौड़ाही थाना क्षेत्र के कावर बहियार से शुक्रवार को बरामद किया गया। बताया जाता है कि किसी दोस्त के बुलाने पर बृहस्पतिवार की शाम को वह घर से निकला था. तब से लेकर उसका कोई अता-पता नहीं चला। जिसके बाद शुक्रवार को उसका शव बहियार से बरामद किया गया। वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि सीमा विवाद में शव घंटों पड़ा रहा। शव की सूचना मिलने पर पुलिस के वरीय अधिकारी सहित कई थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन सीमा विवाद मे मामला पांच घंटे तक उलझा रहा। बाद मे छौराही थाना की पुलिस ने शव को अपने कब्जे मे लेकर उसको पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया और आगे की कार्रवाई मे जुट गई है। मृतक की पहचान गढ़पुरा थाना क्षेत्र के कनौसी गांव निवासी स्व. वशिष्ठ नारायण सिंह के लगभग पैतिस वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र कुमार उर्फ बाबुल कुमार के रूप में हुई है। शिक्षक शादीशुदा है। मौके पर फॉरेंसिक की टीम पहुंची और साक्ष्य जुटाए। घटनास्थल से टीम ने खून के धब्बे और अन्य जरूरी नमूनों को इकट्ठा किया गया है, जिससे हत्या की गुत्थी सुलझाने में मदद मिल सके। मृतक के जीजा सुनील कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार की शाम 4 बजे किसी ने फोन किया था, जिसके बाद धर्मेंद्र निकला था। उसके बाद से वह घर नहीं लौटा। बाद मे उसका शव बहियार से बरामद किया गया, लेकिन सीमा विवाद मे शव पांच घंटे तक मौके पर पड़ा रहा। अमीन और अन्य लोगों के आने के बाद छौराही थाना की पुलिस ने शव को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।