गणतंत्र दिवस स्पेशल:क्या आप जानते है भारतीय संविधान हीलियम से भरे केस में कहाँ रखा है सुरक्षित?जिस कलम से संविधान लिखा उसके निब के नंबर से लेकर संविधान की लिखावट से जुड़े रोचक तथ्य जानिए

Republic Day Special: Do you know? Where is the Indian constitution kept in a case filled with helium

आज भारत 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 1950 में भारत को अपना संविधान मिला था। भारतीय संविधान 26 नवंबर के दिन अंगीकार किया गया हिंदी और अंग्रेजी में हस्तलिखित संविधान है,जो 2 साल 11 महीने और 18 दिन में बनकर तैयार किया गया था,भारत के संविधान में 48 आर्टिकल हैं। बहुत कम लोग जानते है कि संविधान को बनाने के लिए मसौदा तैयार करनी वाली समिति की स्थापना 29 अगस्त 1947 को आजादी के कुछ ही दिन बाद की गई थी,जिसके अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकर  थे,भारत के संविधान में किसी भी तरह की टाइपिंग या प्रिंट का इस्तेमाल नही किया गया है। आज भारत के संविधान को बने हुए 74 वर्ष हो चुके हैं,संविधान से जुड़े कुछ रोचक तथ्य आज हम आपको बताते हैं।

 

ये तो आपको पता ही है कि 26 नवंबर को भारत का संविधान का निर्माण पूरा किया गया था,और 26 जनवरी को भारत का संविधान प्रभाव में आया था।इसके बनने की अवधि 2 साल 11 महीने और 18 दिन थे।जिस वक्त संविधान बनाया गया था उस वक्त इसमें किसी भी तरह की टाइपिंग या प्रिंटिंग नही की गई थी बल्कि बाद में कैलीग्राफी का इस्तेमाल किया गया था,संविधान बनाने की समिति में भीमराव अंबेडकर के अलावा पंडित जवाहर लाल नेहरू, डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल,मौलाना अबुल कलाम, आदि मुख्य सदस्य थे। संविधान के प्रारूप तैयार करने के लिए भीमराव अंबेडकर को समिति का अध्यक्ष चुना गया था लेकिन डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद समिति के स्थायी अध्यक्ष अंत तक बने रहे थे,चूंकि प्रारूप तैयार करने की ज़िम्मेदारी भीमराव अंबेडकर को दी गयी थी, इसीलिए उन्हें ही भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है।

 

भारत का संविधान 22 भागों में विभाजित है ।भारतीय संविधान 26 नवंबर को बन कर तैयार हुआ था, लेकिन 26 जनवरी 1950 से प्रभाव में आया इसीलिए इस दिन को भारत मे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान की खास बात ये है कि इसमें अधिकार और कर्तव्य के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है,भारत का संविधान हर नागरिक को मौलिक अधिकार प्रदान करता है, और ऊंच नीच जात पात छुआ छूत जैसी  धारणाओं को दूर करने के प्रयास करता है।भारत के संविधान को कई देशों के संविधान से महत्वपूर्ण बिंदुओं को लेकर बनाया गया है,संविधान के अधिनियम में आने के बाद ही महिलाओं को भी मत देने का अधिकार प्राप्त हुआ,दुनिया का सबसे बड़ा और लचीला संविधान भारत का संविधान ही है।

 

भारत का संविधान हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में बड़ी खूबसूरती के साथ लिखा गया है,इसकी मूल प्रति दोनों ही भाषाओं में प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखी थी।जिस कलम से संविधान को लिखा गया था वो 303 नंबर और 254 नंबर की होल्डर निब थी।संविधान की लिखावट इटैलिक है।भारत का संविधान सिर्फ लिखित ही नही है बल्कि ये चित्रों से भी सजा हुआ है।संविधान का हर पेज चित्रों से आचार्य नन्दलाल बोस ने सजाया है,संविधान का प्रस्तावना पेज राम मनोहर सिन्हा ने सजाया है वो बोस के ही शिष्य थे,संविधान की मूल प्रति भारत के संसद की लाइब्रेरी में हीलियम से भरे केस में रखी गयी है।