कुंभ की तैयारियांः इसबार नहीं सताएगा अपनों को खोने का डर! चप्पे-चप्पे पर रहेगी एआई तकनीक से लैस कैमरों की नजर, मिनटों में मिलेगा बिछड़ा भाई
लखनऊ। अगले साल जनवरी में यूपी के प्रयागराज में कुंभ मेला आयोजित होने जा रहा है, जिसको लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। योगी सरकार द्वारा बेहतरीन सड़कों से लेकर पौराणिक पेंटिंग और स्मार्ट बल्ब का भी प्रबंध किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैरता हुआ अस्थायी पुल भी बनाया जा रहा है। इसके साथ ही मेले में बिछड़ों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) से लैस कैमरों और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद लेने की तैयारी भी की जा रही है। खबरों के मुताबिक एआई तकनीक से लैस इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और ‘एक्स’ जैसे सोशल मीडिया मंच भी बिछड़ने वाले लोगों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुम्भ में देश-विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों के खोने का डर नहीं सताएगा।
अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि मेला प्रशासन द्वारा डिजिटल खोया-पाया केंद्र को एक दिसंबर से शुरू कर दिया जाएगा। चतुर्वेदी ने बताया कि इसके माध्यम से 328 एआई कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे और इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे लगाने का काम अपने अंतिम चरण में है और मेला क्षेत्र में चार स्थानों पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि डिजिटल खोया-पाया केंद्र तकनीक के सहारे कार्य करेंगे और इसमें हर खोये हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा, जिसके बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे। उन्होंने बताया कि यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और ‘एक्स’ पर भी साझा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खोये हुए व्यक्तियों की पहचान के लिए चेहरे की पहचावन करने वाली तकनीक का उपयोग किया जाएगा और एआई से लैस कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे।