राष्ट्रीय बालिका दिवसः रुद्रपुर में स्वास्थ्य महकमे की सराहनीय पहल! दो स्कूली छात्राओं को बनाया एक दिन का सीएमओ, निकाली भव्य रैली

रुद्रपुर। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज कुमार शर्मा द्वारा बालिकाओं के सम्मान में एक नयी पहल करते हुए जनपद की दो
छात्राओं को एक दिन के लिए सीएमओ का प्रभार दिया गया, जिसमें अनन्या सिंह और महक आर्या को एक दिन का सीएमओ बनाया गया। इस दौरान दोनों छात्राओं को स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली के बारे में जानकारी दी गयी। इस दौरान दोनों छात्राओं द्वारा अनिमिया मुक्त भारत अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा गया कि अनिमिया मुक्त भारत अभियान छात्राओं एवं महिलाओं के लिए अत्यन्त लाभकारी योजना है, जिससे की महिलाओं में खून की कमी से बचा जा सकता है। इसके साथ ही छात्राओं द्वारा विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों में कार्यरत चिकित्साधिकारियों से फोन के माध्यम से विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के विषय में भी जानकारी ली गयी। राष्ट्रीय बालिका दिवस के शुभ अवसर पर जनपद उधमसिंह नगर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
बालिकाओं के सम्मान में बेटी बचाओ एवं कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम स्लोगन के साथ गांधी पार्क रुद्रपुर से मुख्य बाजार रूद्रपुर में जनजागरूकता रैली का शुभारम्भ हरी झण्डी दिखाकर मनीश कुमार मुख्य विकास अधिकारी एवं डा. मनोज कुमार शर्मा मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा किया गया। रैली में विभिन्न स्कूलों एवं नर्सिंग कालेज के सैकड़ों विद्यार्थियों एवं आषा कार्यकत्रियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रैली में बेटा-बेटी एक समान, कन्या भ्रूण हत्या अपराथ है, बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओ, बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे इत्यादि स्लोगन के नारे लगाये गये। रैली उपरान्त गांधी पार्क में एकत्र होकर प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये। इसके पश्चात मुख्य चिकित्साधिकारी, कार्यालय सभागार में जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। बेटी बचाओ-कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम विषय पर आयोजित गोष्ठी में विभिन्न वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश द्वारा बेटियों को एक समान अधिकार दिये जाने की अपील की गयी एवं गोष्ठी में पीसीपीएनडीटी एक्ट के सम्बन्ध में कानूनी पहलुओं की जानकारी दी गयी।
इस दौरान जिला शासकीय अधिवक्ता बरीत सिंह द्वारा गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुये बेटी-बचाओं एवं भ्रूण हत्या रोकथाम पर अपने विचार व्यक्त किये गये, पीसीपीएनडीटी के कानून का कड़ाई से पालन करने की अपील की गयी। गोष्ठी में सरोज ठाकुर, हीरा जंगपांगी, नसरीन कुरैषी उपस्थित थे, उनके द्वारा विचार व्यक्त करते हुये कहा गया कि वर्तमान में बेटा एवं बेटी में कोई अन्तर नहीं है, बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है, सभी अविभावकों को दोनों को समान अवसर देने चाहिये। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा डा. मनोज कुमार शर्मा ने सभी चिकित्सकों से अपील की गयी कि पीसीपीएनडीटी अधिनियम 1994 का पूर्णतः पालन किया जाए। कन्या भ्रूण हत्या एक जघन्य अपराध है, सभी के द्वारा मिलकर प्रयासों से ही इसे रोका जा सकता है। गोष्ठी में मुकुल चौधरी, व्योमा जैन, डॉ. हरेन्द्र मलिक, डॉ. राजेश आर्या, डॉ. जसविन्दर सिंह गिल, डॉ. मनप्रीत कौर, डॉ. नितिन कुमार, डॉ. अनामिका दिक्षित, डॉ. आरके महाजन, डॉ. इन्दु महाजन, हिमांशु मस्यूनी, डीएस भण्डारी, चांद मियां, प्रदीप महर, पंकज गुसाई, निधि शर्मा, गोपाल आर्या, बिन्दुवासिनी सहित आदि लोग उपस्थित रहे।