Awaaz24x7-government

नैनीतालः तीन दिवसीय नासा हैकाथॉन चैलेंज का समापन! 52 से अधिक कॉलेजों के छात्रों ने की शिरकत, तकनीकी कौशल और विज्ञान के प्रति जुनून को किया प्रदर्शित

Nainital: Three-day NASA Hackathon Challenge concludes! Students from more than 52 colleges participated, displayed technical skills and passion for science.

नैनीताल। सोेमवार 7 अक्टूबर को 3 दिवसीय नासा हैकाथॉन चैलेंज का समापन कार्यक्रम हुआ। इस दौरान एस्ट्रोवर्स एक्सपीरियंस प्राइवेट लिमिटेड और बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेस द्वारा इसकी मेज़बानी की गई। इससे पहले 5 अक्टूबर को नासा हैकाथॉन के पहले दिन का भव्य आगाज हुआ। कार्यक्रम में लगभग 52 से अधिक कॉलेजों के छात्रों ने भाग लिया। यह रोमांचक हैकाथॉन रात 12 बजे तक चला। प्रतियोगियों के मनोरंजन के लिए संगीत संध्या का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी ने आनंद लिया और खुद को तरोताजा किया। 6 अक्टूबर को हैकाथॉन के दूसरे दिन की शुरुआत एक विशेष ओरिएंटेशन और उद्घाटन समारोह के साथ हुई। मुख्य अतिथि सीडीओ नैनीताल अशोक कुमार पांडेय और विशिष्ट अतिथि एरीज के डायरेक्टर प्रोफेसर दीपांकर बनर्जी, पूर्व वैज्ञानिक डॉ. भुवन भट्ट ने छात्रों को प्रेरित किया और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रोत्साहित किया।

आयोजन में उत्तराखंड के लगभग 25 स्कूलों से छात्रों की टीमें शामिल हुईं। प्रत्येक स्कूल की टीम में 6 छात्र थे। इस प्रतियोगिता में दो प्रमुख चुनौतियां रखी गईं।  हाइड्रो रॉकेट्री और एस्ट्रो बॉटिक्स। आयोजन में सबसे पहले एस्ट्रो पाठशाला के शिक्षकों द्वारा कार्यशाला दी गई। जिसमें उन्हें रॉकेट और रोवर्स की जानकारी के साथ-साथ उन्हें बनाने का तरीका भी सिखाया गया। हाइड्रो रॉकेट्री और एस्ट्रो बॉटिक्स कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण थे, जो पहली बार उत्तराखंड में आयोजित किए गए थे। हाइड्रो रॉकेट्री में छात्रों को अपने रॉकेट बनाने थे और फिर उनकी दूरी की प्रतियोगिता हुई, जिसमें सबसे लंबी दूरी तय करने वाला रॉकेट विजेता बना। दूसरी चुनौती एस्ट्रो बॉटिक्स की थी, जिसमें छात्रों ने अपने-अपने रोवर्स बनाए और फिर उन रोवर्स को एक कठिन बाधा दौड़ में चलाया गया। पूरे कार्यक्रम के दौरान वहां उत्साह और मस्ती का माहौल बना रहा।

प्रतियोगिता के दौरान छात्रों ने अपने तकनीकी कौशल और विज्ञान के प्रति जुनून को शानदार तरीके से प्रदर्शित किया। एस्ट्रोवर्स एक्सपीरियंस प्राइवेट लिमिटेड ने इस पूरे कार्यक्रम को कुशलता से आयोजित किया और हर पहलू का ध्यान रखा, जिससे छात्रों को न केवल एक शानदार प्रति स्पर्धा का अनुभव हुआ, बल्कि सीखने का अनूठा अवसर भी प्राप्त हुआ। प्रतिभागियों के लिए लंच की भी व्यवस्था की गई, ताकि वे दिन भर की प्रतियोगिताओं के दौरान ऊर्जावान बने रहें। दिन के समापन के बाद, एस्ट्रोवर्स के एस्ट्रोस्टॉप्स ने नासा हैकाथॉन के कॉलेज प्रतिभागियों के लिए एक विशेष स्टार गेज़िंग नाइट का आयोजन किया। इस दौरान प्रतिभागियों ने रात के आकाश में तारों और ग्रहों का अवलोकन किया, जो उनके लिए एक अद्भुत अनुभव था।

इस दौरान हाईड्रो रॉकेटी प्रतियोगिता में ब्राइट स्टार्ट इंटरनेशनल एकेडमी जसपुर ने पहला, सेंटर एंथोनी कॉन्वेंट इंटर कॉलेज ज्योलिकोट ने दूसरा और ऑल सेंट्स कॉलेज नैनीताल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं एस्ट्रोबॉटिक्स प्रतियोगिता में द हिमालयन विलेज स्कूल रानीखेत ने प्रथम, गुरूकुल फाउंडेशन स्कूल काशीपुर ने दूसरा और दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल हल्द्वानी ने तीसरा स्थान पाया। जबकि मुख्य हैकाथॉन चैलेंज में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज ने पहला, ग्राफिक एरा भीमताल ने दूसरा और एमआईएमआईटी मलोट पंजाब ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस मौके पर कुछ टीम प्रदर्शन करने के बावजूद कुछ मानदंडों के कारण पीछे रह गईं। लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन और प्रयासों के लिए उन्हें टोकन ऑफ़ अप्प्रेसिअशन मिला, जिसमें टीम उडुपी (दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी), कोडविता (ग्राफिक एरा, भीमताल), जिमजैम (बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज) और एस्ट्रोमेवेरिक (बीएलएम अकादमी) शामिल हैं। 

7 अक्टूबर को नासा हैकाथॉन का समापन समारोह सभी के लिए एक बेहद उत्साह जनक क्षण लेकर आया। दो दिन की लगातार प्रतियोगिता के बाद अंततः विजेताओं की घोषणा की गई। कुल मिलाकर लगभग 425 छात्रों ने इस भव्य नासा हैकाथॉन चैलेंज में भाग लिया। विजेताओं को ट्रॉफियों और पदकों से नवाजा गया।सभी भाग लेने वाले छात्रों को भागीदारी का प्रमाण पत्र भी दिया गया। तीन दिन की हैकाथन के सफल आयोजन के बाद मुख्य आयोजकों ने समापन समारोह के साथ इस कार्यक्रम का समापन किया। इस अवसर पर अजय रावत, शुभम कुमार, राहुल पांतरी, रूपिन थापा, गौरव अल्बर्ट, डॉ. बीके सिंह, डॉ. संदीप त्रिपाठी, नितिन चिमवाल आदि मौजूद रहे।