नैनीताल:लंदन के बकिंघम पैलेस से ज्यादा स्कॉटलैंड के बरमोरल पैलेस की तरह दिखता है गॉथिक शैली में बना नैनीताल का ऐतिहासिक राजभवन!आज मनाया जा रहा है राजभवन का 125वां स्थापना दिवस

नैनीताल में यूं तो बहुत सी ऐतिहासिक इमारतें हैं, पर नैनीताल के राजभवन की बात ही कुछ और है। राज भवन इमारत को आज 125 वर्ष पूरे हो चुके हैं। नैनीताल राजभवन में आज केक काटकर इस अद्भुत इमारत का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। विश्व धरोहर नैनीताल का राजभवन गौथिक शैली में निर्मित बेजोड़ इमारत अंग्रेजी के E आकार में बना है।
राजभवन की नींव 27 अप्रैल 1897 को रखी गयी थी। हालांकि 27 अप्रैल 1897 को आधारशिला रखने के बाद 1900 में पूरा किया गया था,इसीलिए 1900 से ही इसके स्थापना दिवस को गिना जाता है। 1900 के अनुसार इस वर्ष राजभवन नैनीताल को पूरे 125 वर्ष पूर्ण हो गए।
220 एकड़ में फैला राज भवन लंदन के बकिंघम पैलेस और स्कॉटलैंड के बलमोरल पैलेस की प्रतिकृति है। किसी एंगल से ये बकिंघम पैलेस लगता है तो कई एंगल से स्कॉटलैंड के बलमोरल पैलेस की तरह दिखाई देता है। इस राजभवन को तैयार करने में ब्रिटिश गवर्नर सर एंटनी पैट्रिक मैकडोनॉल्ड की अहम भूमिका रही थी। मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का डिजाइन बनाने वाले चर्चित डिजाइनर फेडरिक विलियम स्टीवन ने ही नैनीताल राजभवन का डिजाइन तैयार किया था।
नैनीताल राजभवन का इतिहास बड़ा ही रोचक है,जब देश की राजधानी दिल्ली के लिए ग्रीष्मकालील राजधानी के रूप में हिमाचल प्रदेश में शिमला को चुना गया तो आगरा व अवध की ग्रीष्मकालील राजधानी के लिए उत्तराखण्ड के नैनीताल नगर को चुना गया था । नैनीताल में 1862 में सर्वप्रथम नोर्थ वेस्ट प्रोविन्स के ले0 गवर्नर का प्रवास नैनीताल नगर में शुरू हुआ । 1862 में प्रथम राजभवन रैमजे हॉस्पिटल परिसर बनाया गया जो कि बाद में 1865 में मालडन हाउस में स्थानान्तरित हुआ। वर्तमान स्नोव्यू में आज भी राजभवन के कुछ अवशेष मौजूद है।
ब्रिटिश शासक इस जगह को देख कर इतने आकर्षित हुए थे कि उन्होंने राजभवन क्षेत्र के घने जंगल की करीब 75 एकड़ भूमि पर एशिया का सबसे ऊंचा और देश का सबसे बेहतरीन गोल्फ कोर्स बनाया, जिसमें ब्रिटिश गोल्फ खेला करते थे। इस ऐतिहासिक भवन में लंबे समय तक स्थानीय और पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध था, लेकिन साल 1994 में इस राजभवन को स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां आने वाले पर्यटकों के दीदार के लिए खोल दिया गया । हर साल अब लाखों की संख्या में देसी विदेशी और स्थानीय पर्यटक यहां पहुंचते हैं। इस शानदार गोल्फ कोर्स में गवर्नर गोल्ड गोल्फ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें देशभर के जाने माने खिलाड़ी और स्थानीय स्कूल के बच्चे भी प्रतिभाग करते हैं।
आज नैनीताल के राजभवन के 125 वर्ष पूरे होने पर नैनीताल के प्रसिद्ध इतिहासकार डाॅक्टर अजय रावत कहते हैं कि छात्रों को अपने राज्य और देश के इतिहास के बारे में जानकारी होनी चाहिये ,क्योंकि जब तक हम अपनी जड़ों को नहीं जानेंगे तब तक हम अपने आप को भी नहीं पहचान पायेंगे। इसलिये कम से कम तीन दिन स्कूलों में अपने शहर के इतिहास के बारें में पढ़ाया जाये।