नैनीताल:शहर के एकमात्र और ऐतिहासिक बीडी पांडे अस्पताल को आज हुए 127 साल पूरे,स्थापना दिवस के मौके पर जिला अस्पताल बीडी पांडे के इतिहास के बारे में जानिए

आज नैनीताल के जिला अस्पताल बीडी पांडे को पूरे 127 साल पूरे हो गए है। अपने गौरवशाली इतिहास में बीडी पांडे ने लाखों लोगों की सेवा की है। आज ही के दिन सन 1894 में इस ऐतिहासिक अस्पताल की स्थापना हुई थी। ब्रिटिश शासक एंटोनी मैकडोवेल के विशेष योगदान से तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर चार्ल्स हॉक्स क्रास्थवेथ ने बीडी पांडे अस्पताल की स्थापना की थी। उस वक्त इस जिला अस्पताल का नाम बीडी पांडे नही बल्कि क्रास्टवेट चार्ल्स हॉस्पिटल हुआ करता था। समय बीतता गया और आज़ादी के बाद स्थानीय जनता ने महान स्वतंत्रता सेनानी कुमाऊं केसरी बद्री दत्त पांडे के नाम पर जिला अस्पताल का नाम रखने की मांग की जिसके बाद 1960 में जिला अस्पताल का नाम बदलकर बद्रीदत्त पांडे यानी बीडी पांडे अस्पताल कर दिया गया।
आपको जानकर हैरानी होगी कि बीडी पांडे अस्पताल महज 33 हज़ार 770 रुपये में बनकर तैयार हुआ था। आज इतने रुपये में आप किसी मॉल में जाकर शॉपिंग भी नही कर सकते कम पड़ जाएंगे इतने पैसे,लेकिन उस वक्त इतने रुपये में इतना बड़ा अस्पताल बन गया। आज भी बीडी पांडे अस्पताल में तत्कालीन यादें दिखाई देती है। पुराने स्ट्रक्चर का नमूना आज भी जनरल वार्ड में वैसा ही है समय के साथ साथ थोड़ी बहुत तब्दीली ज़रूरी आयी है लेकिन आज भी बीडी पांडे अस्पताल के अंदर बने कमरे ब्रिटिश काल की याद दिलाते है। अस्पताल की स्थापना के वक्त नैनीताल में न तो बहुत ज़्यादा लोग थे न ही आसपास इतनी आबादी बसी हुई थी,इसीलिए कम सुविधाओं के साथ बीडी पांडे अस्पताल कामचलाऊ ही हुआ करता था हालांकि उस दौर में इतने ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र में इतना बड़ा अस्पताल बनना ही अपने आप मे बड़ी बात थी। स्थापना के बाद धीरे धीरे सुविधाओं में भी वृद्धि होती चली गयी। उस वक्त बमुश्किल 10 बेड हुआ करते थे और आज 100 बेड वाले अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट,4 आईसीयू वेंटिलेटर,जिरेटिक वार्ड,पैथोलॉजी, इमरजेंसी वार्ड,ऑपरेशन थियेटर, डिजिटल एक्सरे,अल्ट्रासाउंड, ईसीजी,फिजियोथेरेपी इत्यादि समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध है। आज कुशल चिकित्सकों की देखरेख में सिर्फ नैनीताल के ही नही बल्कि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़,और जिले के आसपास के दुर्गम इलाको से लोग अपना इलाज करवाने बीडी पांडे अस्पताल आते है। पिछले कुछ सालों में बीडी पांडे अस्पताल को कई अवार्ड मिल चुके है।
आज 127 साल पूरे होने के मौके पर नगर के एकमात्र बीडी पांडे अस्पताल का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एडिशनल कमिश्नर प्रकाश चंद द्वारा दीप प्रजवलित व केक काटा गया।
वरिष्ठ डॉ.एमएस दुग्ताल ने बीडी पांडे के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह अध्यापक, सैन्य अभियंता, पत्रकार, संपादक, स्वतंत्रता सेनानी रहे। 1926 -30 में वह प्रांतीय काउंसिल के सदस्य, 1935-37 में सदस्य केंद्रीय एसेंबली, 1955-57 लोक सभा सदस्य भी रहे। अल्मोड़ा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड के चेयरमैन रहे स्व.पांडे को समाज सुधारक और कुप्रथा के दमनकर्ता के रूप में भी जाना जाता है।
कार्यक्रम ताल चैनल के निदेशक दीपक बिष्ट के प्रयासों से आयोजित किया गया। बता दे कि दीपक बिष्ट के द्वारा नगर के विभन्न नैनीताल का जन्मदिन राजभवन का जन्मदिन आयोजित किया जाता है।
इस दौरान समाजसेवी ईशा साह, पूर्ति निरीक्षक सुरेंद्र सिंह बिष्ट,डॉ एमएस दुग्ताल, मेट्रन शशिकला पांडे,एलिस्बेग,भारती सक्सैना, जगदीश सिंह, पंकज आदि मौजूद रहे।