नैनीतालः सैन्य सम्मान के साथ हुआ एनएसजी कमांडो नरेन्द्र सिंह भंडारी का अंतिम संस्कार! 19 नवंबर को होनी थी शादी, एक ही सवाल- आखिर क्यों उठाया आत्मघाती कदम?

हल्द्वानी। लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बिंदुखत्ता निवासी एनएसजी कमांडो 31 वर्षीय नरेंद्र सिंह भंडारी ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। उनके आत्मघाती कदम उठाने के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी की इसी नवंबर महीने की 19 तारीख को शादी होनी थी। वहीं इस मामले में एनएसजी समेत एयरपोर्ट पुलिस की एक टीम जांच कर रही है कि आखिर नरेन्द्र सिंह भंडारी ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया। खबरों के मुताबिक विगत 5 नवंबर को पीसीआर कॉल मिली थी कि शिव मूर्ति के करीब एनएसजी सुदर्शन कैंप में एक जवान ने खुदकुशी कर ली है। मौके पर पुलिस की टीम पहुंची तो जवान नरेन्द्र सिंह भंडारी लहूलुहान हालत में पड़े थे। पुलिस की टीम जवान को लेकर सफदरजंग अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। बुधवार देर शाम उनका पार्थिव शरीर घर लाया गया और आज गुरूवार को रानीबाग में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सेना के अधिकारियों के साथ ही भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
घर में चल रही थी शादी की तैयारियां
बिन्दुखत्ता के खैरानी नंबर दो निवासी एनएसजी कमांडो नरेन्द्र सिंह भंडारी दस साल पहले कुमाऊं रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वह एनएसजी कमांडो के रूप में सेवारत थे। नरेन्द्र के पिता भी पूर्व सैनिक रहे हैं। दो साल पहले उनका निधन हो गया था। बताया जा रहा है कि इससे पहले नरेन्द्र सिंह भंडारी कुमाऊं रेजीमेंट अंतर्गत जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। आगामी 19 नवंबर को नरेन्द्र की शादी होनी थी। लोहाघाट निवासी युवती से उनका रिश्ता तय हुआ था और घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं। लेकिन नरेन्द्र सिंह भंडारी की मौत के बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गयीं। नरेन्द्र की मौत के बाद मां माधवी देवी, छोटी बहन हीरा भंडारी, भाई यशवंत सिंह भंडारी और माधो सिंह बेसुध हैं। किसी को यह समझ नहीं आ रहा कि आखिर नरेन्द्र सिंह भंडारी ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया।