बिना सूचना के 300 पुलिसकर्मियों के साथ यूपी में दखल! एसएसपी को पडा महंगा, यूपी में उत्तराखंड पुलिस के खिलाफ आठ परिवारों ने सौंपी तहरीर

Intervention in UP with 300 policemen without any information! It cost the SSP dearly, eight families submitted a complaint against Uttarakhand police in UP

रुद्रपुर। नशे के खिलाफ मुहिम में जुटे उधम सिंह नगर के एसएसपी को पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश में जाकर धमक दिखाना महंगा पड़ गया। सिंघम बनकर नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए यूपी के बरेली जनपद में पहुंचे उधमसिंह नगर के कप्तान साहब ने भले ही वाहवाही लूटने के लिए पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया हो, लेकिन ये हिरोगिरी उनको महंगी साबित हुई, क्योंकि बरेली में उधम सिंह नगर पुलिस की इस कार्यवाही के खिलाफ करीब आठ परिवारों ने तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। और अब उत्तराखंड पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है। दो दिन पहले ही सिंघम स्टाइल में जनपद उधम सिंह नगर के कप्तान मणिकांत मिश्रा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में पहुंचे, जहां पश्चिमी फतेहगंज क्षेत्र के दो स्थानों पर उत्तराखंड पुलिस ने नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया। जिसके लिए उधमसिंह नगर के कप्तान 70 वाहनों में तीन सौ के करीब पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे और पच्चीस आरोपियों को हिरासत में लिया। 

दूसरे दिन ही इस कार्यवाही से हलचल होना स्वाभाविक था, हरकत में आयी बरेली पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की तो पता चला की पंद्रह लोगों में से चौदह लोग ऐसे थे, जिनका कोई आपराधिक इतिहास ही नहीं था जबकि एक व्यक्ति के विरुद्ध महज मारपीट का मुकदमा दर्ज था। उत्तराखंड पुलिस द्वारा एक ही व्यक्ति को हिरासत में रखने की बात अब सामने आ रही है। वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद करीब आठ परिवारों ने उत्तराखंड पुलिस के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए बरेली पुलिस को तहरीर दी है और साथ ही उत्तर प्रदेश शासन को भी शिकायत भेजी गई है। उधम सिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा के द्वारा की गई कार्रवाही पर बरेली के कप्तान अनुराग आर्य ने भी अनभिज्ञता जताई है और उत्तराखंड पुलिस को आड़े हाथ लिया है। कुल मिलाकर जिस अंदाज में उत्तराखंड पुलिस लाव लश्कर के साथ यूपी में नशे के सौदागरों का नेटवर्क ध्वस्त करने की मंशा से घुसी थी वो तो पूरी नहीं हो पाई। उल्टे अपनी ही फजीहत करवा कर वापस लौट आई। 

उधम सिंह नगर एसएसपी मणिकांत मिश्रा जो कि लगातार माफियाओं के खिलाफ सख्त एक्शन लेने से चर्चा में बने हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ नशे के सौदागरों के खिलाफ दूसरे राज्य की पुलिस को बिना पूर्व सूचना देकर कार्रवाही को अंजाम देना कई सवालों को पैदा कर रहा है। सूत्रों की मानें तो कार्रवाही के दौरान एसएसपी उधम सिंह नगर के साथ खुफ़िया तंत्र मौजूद था, जिनकी जानकारी के आधार पर कार्रवाही को अंजाम दिया गया। एसएसपी उधम सिंह नगर के द्वारा बिना प्रोटोकॉल फॉलो किए कार्रवाही को अंजाम देना, पड़ोसी राज्य की पुलिस को लूप में न रखना और लापरवाह खुफ़िया तंत्र की जानकारी के आधार पर कार्रवाही को अंजाम देना और कार्रवाही का रिजल्ट लगभग शून्य आने से उधम सिंह नगर के कप्तान साहब की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।