HMPV वायरस की दहशतः चीन में मचा हाहाकार! कितना खतरनाक है ये वायरस, जानें लक्षण और सावधानी

नई दिल्ली। भारत में एचएमपीवी वायरस ने दस्तक दे दी है। खबरों के मुताबिक बेंगलुरु में इसका पहला केस मिला है, यहां एक आठ महीने की बच्ची में इस वायरस की पुष्टि हुई है। भारत में पहला केस मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि एचएमपीवी वायरस ने चीन में हाहाकार मचाया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने एचएमपीवी वायरस पर खासी चिंता जाहिर की है। यह एक रेस्पिरेट्री (श्वसन) वायरस है जो कई एशियाई देशों को प्रभावित कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में पाए गए मामलों में राइनोवायरस और मानव मेटान्यूमोवायरस जैसे रोगाणु (pathogens) शामिल हैं। विशेष रूप से चीन के उत्तरी प्रांतों में 14 वर्ष से कम आयु के लोगों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि इस संक्रमण में वृद्धि की जांच की जा रही है क्योंकि अभी सर्दियों का मौसम चल रहा है और यह संक्रमण सर्दियों के मौसम में फैलने वाली सामान्य यानी श्वसन बीमारियों (सर्दी, खांसी, जुकाम) जैसा ही है। रिपोर्ट के अनुसार, HMPV इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 जैसे कई वायरस के साथ मिलकर तेजी से फैल सकता है।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) क्या है?
US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) 2001 में खोजा गया था। यह HMPV न्यूमोविरिडे फैमिली से संबंधित है जो एक रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) की ही फैमिली है। यह आमतौर पर ऊपरी और निचले श्वसन संक्रमण का कारण बनता है जो सामान्य सर्दी या फ्लू के समान लक्षण पैदा करता है। हालांकि एक्सपर्ट का कहना ये भी है कि कुछ सीरोलॉजिकल सबूत बताते हैं कि यह वायरस कम से कम 1958 से दुनिया में फैला हुआ है। CDC के अनुसार, यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है जिसमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इसके संक्रमण के सबसे अधिक खतरे में होते हैं
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कैसे फैलता है?
सीडीसी के अनुसार, HMPV खांसने या छींकने से निकलने वाले ड्रापलेट्स, हाथ मिलाने, किसी को स्पर्श करने, नजदीकी संपर्क में आने, दूषित सतहों पर हाथ लगाने, मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। CDC के अनुसार खांसी और बहती हुई नाक, बुखार, गले में खराश, गले में जलन या कुछ मामलों में सांस लेने में कठिनाई ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के सामान्य लक्षण हैं। मैक्स हेल्थकेयर के मुताबिक, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, शिशु, वृद्ध और विशेषकर 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, अस्थमा या सीओपीडी जैसी श्वसन समस्याओं वाले व्यक्तियों को इसका अधिक जोखिम है। प्रेग्नेंसी के दौरान एचएमपीवी के कारण श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जो मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए चीन में स्वास्थ्य अधिकारियों ने हाथ धोने, मास्क पहनने और समय पर जांच जैसे निवारक उपायों पर जोर दिया।