हरियाणा में जीएसटी सुधार से 4000 करोड़ रुपये का लाभ, सीएम नायब सिंह सैनी ने किया उद्यमियों से संवाद

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को गुरुग्राम में आबकारी एवं कराधान विभाग हरियाणा द्वारा आयोजित जीएसटी बचत उत्सव कार्यक्रम में उद्यमियों और व्यापारियों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 22 सितंबर को लागू किए गए नए जीएसटी सुधारों से हरियाणा की जनता को लगभग चार हजार करोड़ रुपये का लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने इस सुधार को आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर हरियाणा की दिशा में मील का पत्थर बताया। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि दशकों तक देशवासी और कंपनियां विभिन्न करों के जाल में उलझे हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह जाल टूट कर एक राष्ट्र-एक कर प्रणाली के रूप में सामने आया। उन्होंने बताया कि अब केवल दो प्रमुख जीएसटी दरें होंगी — 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत, जबकि कुछ वस्तुओं पर विशेष दर 40 प्रतिशत रखी गई है। इसके अलावा, नागरिकों द्वारा रोजमर्रा उपयोग की जाने वाली वस्तुओं पर जीएसटी दर कम कर दी गई है, कुछ पर इसे समाप्त कर दिया गया है और सेस को भी हटाया गया है।
सीएम ने कहा कि यह सुधार केवल कर प्रणाली में बदलाव नहीं बल्कि मध्यम वर्ग की बचत बढ़ाने और बाजार को प्रोत्साहित करने वाला कदम है। आगामी त्योहारों के सीजन में इससे खरीदारी बढ़ेगी और व्यापारियों को बड़ा लाभ होगा। उन्होंने उल्लेख किया कि हरियाणा में जीएसटी संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2018-19 में कुल एसजीएसटी संग्रह 18,910 करोड़ रुपये था, जो 2024-25 में बढ़कर 39,743 करोड़ रुपये हो गया, जो 110 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इस प्रदर्शन के आधार पर हरियाणा सकल जीएसटी संग्रह में देश के प्रमुख राज्यों में पाँचवें स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुधारों में कृषि और किसान हितों को विशेष महत्व दिया गया है। फसल अवशेष प्रबंधन में उपयोग होने वाले कृषि उपकरणों पर जीएसटी दरों को कम किया गया है। यह कदम हरियाणा को कृषि प्रधान राज्य के रूप में सशक्त बनाने और किसानों की लागत कम करने में सहायक होगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने उद्यमियों को नवरात्रों की शुभकामनाएं भी दी और उन्हें जीएसटी सुधारों के लाभ के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी और मेक इन इंडिया विजन से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि ये सुधार देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगे, उपभोक्ताओं के जीवन को सस्ता और आसान बनाएंगे। सीएम नायब सिंह सैनी का यह संदेश स्पष्ट था कि जीएसटी सुधार केवल कर नीति में बदलाव नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर हरियाणा की दिशा में ठोस कदम है। उनका मानना है कि व्यापारियों और किसानों को इसका लाभ मिलना चाहिए ताकि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को गति मिले और हर वर्ग का जीवन सशक्त बन सके। इस कार्यक्रम में व्यापारियों और उद्यमियों ने उत्साह व्यक्त किया और कहा कि नए जीएसटी सुधार से बाजार में सकारात्मक बदलाव आएगा और प्रदेश की आर्थिक स्थिरता बढ़ेगी।