गुरुद्वारे में ‘पहरेदार’ बने पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल! गले में तख्ती लटकाकर पहुंचे स्वर्ण मंदिर

Former Deputy CM Sukhbir Badal becomes 'watchman' in Gurudwara! Reached the Golden Temple with a placard hanging around its neck

नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल आज मंगलवार को गले में तख्ती लटकाकर श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे। बता दें कि सोमवार को श्री अकाल तख्त साहिब ने उन्हें धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसके चलते उन्होंने आज मंगलवार से गुरुद्वारे के बाहर सजा भुगतना शुरू कर दिया है। मंगलवार दोपहर सुखबीर व्हीलचेयर पर गुरुद्वारे पहुंचे। उनके गले में दोषी होने की तख्ती लटकी थी। सुखबीर बादल ने सेवादारों वाली परिधान पहनी थी। हाथ में पहरेदारी के लिए भाला लिए थे। सुखबीर ने स्वर्ण मंदिर की सामुदायिक रसोई में बर्तन भी साफ किए। सुखबीर बादल के पैर में फैक्चर है, इसलिए प्लास्टर लगा है और वो व्हीलचेयर पर ही पहरेदारी कर रहे हैं। गुरुद्वारे के मुख्य द्वार के दूसरी तरफ व्हीलचेयर पर ही अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींढसा को भी गले में तख्ती डालकर पहरेदारे के परिधान में देखा गया। वे हाथ में हथियार लिये बैठे नजर आए। इसके अलावा गुरुद्वारे के लंगर में अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया नजर आए। मजीठिया ने बर्तन धोने की सेवा की। दरअसल, सिख समाज की 'सुप्रीम अदालत' यानी श्री अकाल तख्त साहिब ने सुखबीर बादल को धार्मिक सजा सुनाई है। वो गुरुद्वारे में सेवादारी करेंगे। बर्तन धोएंगे और पहरेदारी भी करेंगे। श्री दरबार साहिब में बने सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई भी करेंगे। जत्थेदार श्री अकाल तख्त ने बादल और उनकी पार्टी के नेताओं पर 2007 से लेकर 2017 तक अकाली दल की सरकार के समय धार्मिक गलतियों पर सजा सुनाई है। उसी सजा की भरपाई अकाली नेता सेवा करके कर रहे हैं।