न्यूजलॉन्ड्री के पैनलिस्ट का विवादास्पद बयान! नैनीताल प्रकरण को बताया ‘छोटी घटना, विवाद बढ़ा तो मांगनी पड़ी माफी! जानें क्या है पूरा मामला?

नैनीताल। नैनीताल में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर जहां प्रदेशभर में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है, वहीं न्यूजलॉन्ड्री ने इस मामले को ‘छोटी घटना’ से जोड़कर देखा है। हांलाकि बाद में अपनी गलती का अहसास होने पर न्यूजलॉन्ड्री ने माफी मांग ली है, लेकिन न्यूजलॉन्ड्री के ‘हफ्ता’ प्रोग्राम के दौरान कही गई बातों को लेकर लोगों ने खासा ऐतराज जताया है। दरअसल शनिवार 3 मई, 2025 को न्यूजलॉन्ड्री ने अपने पॉडकास्ट ‘हफ्ता’ का 535वां एपिसोड जारी किया। इस दौरान विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस और पहलगाम हमले पर चर्चा चल रही थी, तभी पैनलिस्ट रमन किरपाल ने नैनीताल में 65 वर्षीय साल के व्यक्ति मुहम्मद उस्मान द्वारा 12 वर्षीय लड़की के साथ हुए बलात्कार की घटना पर अपमानजनक टिप्पणी की।
उन्होंने इस गंभीर अपराध को ‘एक मुस्लिम लड़के और हिंदू लड़की के बीच प्रेम संबंध’ के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की। उन्होंने दर्शकों के समक्ष इस घटना को कमतर आंकने का प्रयास किया। किरपाल ने यह भी कहा कि इस घटना के चलते मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है और दावा किया कि स्थानीय हिंदुओं ने केवल इसलिए हमला किया, क्योंकि मामला एक मुस्लिम पुरुष और हिंदू लड़की के कथित संबंध से जुड़ा था। इस बयान ने कार्यक्रम की चर्चा को विवादास्पद बना दिया। किरपाल ने इस घटना को ‘छोटी घटना’ बताते हुए कहा कि नैनीताल में एक लड़के और लड़की के बीच प्रेम प्रसंग या कोई अन्य समस्या थी, जिसके चलते हिंसा भड़क उठी। इसके बाद मुस्लिमों को निशाना बनाकर पीटा गया और शहर की कई प्रमुख दुकानों को जबरन बंद करवाया गया। फिलहाल पूरा इलाका बंद है और माहौल तनावपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह हिंसा सीधे तौर पर मुस्लिमों के खिलाफ की गई है। कार्यक्रम के दौरान किरपाल के इस बयान पर अभिनंदन सेखरी और मनीषा पांडे भी सहमति जताते दिखे। उन्होंने आगे कहा कि इसीलिए वे अलग-थलग पड़ गए हैं। और ये सभी घटनाएं हो रही हैं और मोदी ने कभी इसके बारे में बात नहीं की।
हांलाकि बाद में जब उनके बयान का वीडियो सामने आया तो लोगों ने नाराजगी जताई और आक्रोश व्यक्त किया, जिसके बाद उन्होंने अपने बयान पर माफी माँगते हुए ‘एक्स; पर ट्वीट किया कि वो नैनीताल में नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न की घटना का वर्णन करते समय अनजाने में हुई गलती के लिए ईमानदारी से माफ़ी मांगना चाहते हैं। उन्होंने लिखा कि मुझे अपने शब्दों पर बहुत खेद है। एक संपादक और पत्रकार के रूप में, कोई भी बयान देने से पहले पूरी जानकारी लेना मेरी ज़िम्मेदारी थी। उन्होंने आगे लिखा कि हमने गलत वाक्य को हटाने के बाद वीडियो को फिर से अपलोड किया है। मैं फिर से ईमानदारी से माफ़ी मांगता हूं।
इधर विवाद बढ़ता देख न्यूजलॉन्ड्री ने भी इस बयान को लेकर माफीनामा जारी किया है। मीडिया संस्थान ने अपने एडिटर-इन-चीफ के बयान पर खेद जताते हुए कहा कि यौन शोषण की इस घटना को ‘छोटा’ बताकर उन्होंने गलत किया, ये एक तथ्यात्मक गलती थी। लिखा कि संपादकों को किसी भी घटना पर बोलने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए। न्यूजलॉन्ड्री ने इस प्रकरण की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि इस वीडियो के आपत्तिजनक हिस्से को हटाया जा रहा है। कहा कि हम संवेदनशील और तथ्यपरक पत्रकारिता की आवश्यकता के पक्ष में हैं, विशेषकर उन स्थितियों में जहां गलत सूचना और सांप्रदायिक तनाव वास्तविक नुकसान पहुंचा सकते हैं।