स्वास्थ्य सेवाओं के हालः सुर्खियों में बाजपुर अस्पताल! रात भर स्टेचर पर तड़पता रहा खून से लथपथ मरीज, कोई नहीं था देखने वाला

बाजपुर। भले ही राज्य सरकार अच्छे स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे क्यों ना करती हों, लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह जनपद में ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जो हर किसी को हैरत में डाल सकती है। जिसने राज्य के बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावों की पोल खोल कर रख दी है। ऊधम सिंह नगर के उप जिला चिकित्सालय बाजपुर में एक दुर्घटना में घायल युवक को भर्ती कराया गया, लेकिन स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ऐसी लापरवाही की घायल युवक खून से लथपथ हॉस्पिटल के स्टेचर पर रात भर तड़पता रहा, लेकिन किसी ने हॉस्पिटल के वॉर्ड में शिफ्ट करने की जहमत तक नहीं उठाई। मामला संज्ञान में आते ही जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने डॉक्टर को तत्काल तलब कर लिया है। जानकारी के मुताबिक तुमरिया डैम काशीपुर निवासी 30 वर्षीय सोनू पुत्र पूरण सिंह बाइक से रुद्रपुर से दोराहा की ओर आ रहा था कि इस दौरान एनएच 74 दोराहा चौकी के समीप बाजपुर से दोराहा की ओर जा रहे डंपर की चपेट में आकर सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों की मदद से उपचार के लिए बाजपुर के उप जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा उसका उपचार किया गया। जिसके बाद इमरजेंसी रूम में ही घायल युवक को स्ट्रेचर पर ही पूरी रात भर तड़पता छोड़ दिया गया। खून से लथपथ घायल युवक की किसी ने भी एक नहीं सुनी। वहीं मामला संज्ञान में आने पर गदरपुर विधायक अरविंद पांडे भी चिकित्सक के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है और उन्होंने ऊधम सिंह नगर के सीएमओ को तत्काल प्रभाव से जांच कर कार्रवाई करने की बात कही। इधर इस मामले में सीएमओ डॉक्टर मनोज शर्मा ने मामले को गंभीरता पूर्वक लेते हुए कार्रवाई करने की बात कही और उन्होंने चिकित्सक का स्पष्टीकरण मांगने की भी बात कही है।