निकाय चुनावः सूची का पता नही! और मीडिया ने घोषित कर दिए मेयर प्रत्याशी, सोशल मीडिया पर किए बड़े दावे

Civic Election: List not known! And media declared mayor candidate, made big claims on social media

देहरादून। उत्तराखण्ड में निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस बीच राजनीतिक दल प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस आलाकमान जिताऊ प्रत्याशी को लेकर लगातार मंथन में जुटा हुआ है। खबरों की मानें तो आज देर शाम या कल तक प्रत्याशियों की पहली सूची सामने आ सकती है। इस बीच सोशल मीडिया पर रुद्रपुर निगम सीट को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि शहर की मीडिया ने पार्टियों की सूची जारी होने से पहले ही मेयर प्रत्याशी घोषित कर दिए। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि रुद्रपुर सीट पर भाजपा की तरफ से विकास शर्मा का नाम फाइनल हो गया है। सूत्रों की मानें तो विकास शर्मा का नाम फाइनल होने की जानकारी आरएसएस से जुड़े कुछ लोगों द्वारा मीडिया तक पहुंचाई गई है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी विकास शर्मा के लिए लगातार पैरवी कर रहे हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब राजनीतिक पार्टियों द्वारा सूची ही जारी नहीं की गयी तो नाम फाइनल होने का दावा कैसे किया जा रहा। 
यूं तो चुनाव में प्रत्याशियों के चयन के लिए पार्टियों द्वारा पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाते हैं जिसके बाद सिस्टमैटिक तरीके से कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से रायशुमारी की जाती है उसके बाद पर्यवेक्षक पार्टी हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपते हैं फिर बैठकें आयोजित करने के साथ ही गहन चिंतन-मंथन के बाद प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होता है, लेकिन जिस प्रकार सूची जारी होने से पहले ही सोशल मीडिया पर नामों को लेकर दावे किए जा रहे हैं उससे तमाम प्रक्रियाओं पर सवाल उठते हैं। इन दावों के बाद पर्यवेक्षकों की नियुक्ति, कार्यकर्ताओं के साथ रायशुमारी और तमाम प्रक्रियाओं पर भी सवाल उठते हैं। 
हांलाकि सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखना और दावा करना आज के दौर में एक फैशन हो गया है, लेकिन चुनाव जैसे मामले को लेकर कुछ भी दावा करना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है।