बड़ी खबरः अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों का मामला! अमेरिकी अफसर ने ट्वीट किया हथकड़ियों में जकड़े 104 भारतीयों का वीडियो, विदेश मंत्री ने संसद में दिया बयान
नई दिल्ली। अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत भेजे गए 104 भारतीयों को लेकर मामला गरमाया हुआ है। इस मामले को लेकर भारत में विपक्षी सांसद संसद के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच यूएस बॉर्डर पैट्रोल ने अमेरिकी मिलिट्री प्लेन से अवैध प्रवासी भारतीयों को भारत भेजे जाने का वीडियो जारी किया है। यूएस बॉर्डर पैट्रोल के अध्यक्ष माइकल डब्ल्यू बैंक्स ने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि यूएसबीपी और पार्टनर्स ने सफलतापूर्वक अवैध प्रवासियों को भारत भेज दिया है। यह अमेरिका से अब तक की सबसे दूरस्थ फ्लाइट थी। अगर आप अवैध रूप से सीमा पार करोगे तो आपको इसका अंजाम भुगतना होगा।
बता दें कि भारतीयों की वापसी पर विपक्ष हंगामा कर रहा है। विपक्षी नेता इसे लेकर संसद में प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिका ने जिन अवैध प्रवासी भारतीयों को भेजा है, उनमें से पंजाब से 31, हरियाणा से 30, गुजरात से 27, उत्तर प्रदेश से 3, महाराष्ट्र से 4 और चंडीगढ़ से दो हैं।
इस बीच राज्यसभा में गुरुवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि अमेरिका से अनिवासी भारतीयों को वापस भेजना कोई पहली बार नहीं हुआ है। उन्होंने पिछले 15 साल के आंकड़े भी गिनाए। उन्होंने डिपोर्टेशन पर संयुक्त राष्ट्र की संधि का जिक्र किया और कहा कि ये लीगल माइग्रेशन को सपोर्ट करने और अवैध माइग्रेशन को हतोत्साहित करने लिए है। अवैध अप्रवासी वहां अमानवीय हालात में फंसे थे। अवैध अप्रवासियों को वापस लेना ही था। उन्होंने कहा कि डिपोर्टेशन कोई नया नहीं है। विदेश मंत्री ने 2009 से अब तक के आंकड़े भी गिनाए और कहा कि हर साल अवैध अप्रवासियों को वापस भेजा जाता है। अमेरिकी नियम के मुताबिक कार्रवाई हुई। विदेश मंत्री ने कहा कि पहली बार लोगों को वापस नहीं भेजा गया है। 2012 से ही ये नियम लागू है।