नई दिल्ली। कनाडा से एक बड़ी खबर सामने आई है, यहां पीनीपेग सिटी में भारत से फरार गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की हत्या हो गई है। आरोपी सुक्खा खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला का राइट हैंड था और एनआईए की वॉटेंड लिस्ट में शामिल था। गुरुवार को किसी ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी है। साल 2017 में दुनिके फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत से कनाडा भाग गया था। पंजाब क्षेत्र और आसपास के कम से कम 29 गैंगस्टर हैं, जो कानून से बचने के लिए भारत के बाहर शरण ले रहे हैं। वे या तो भारतीय पासपोर्ट पर या नकली-जाली यात्रा दस्तावेजों की मदद से कई सालों पहले नेपाल के रास्ते भारत छोड़कर दूसरे मुल्क चले गए थे।
सुक्खा दुनिके का संबंध मोस्ट वांटेड अर्श डल्ला गैंग से था। वो टारगेट किलिंग के लिए जाना जाता था। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए एनआईए ने बुधवार को को अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख का इनाम रखा था। NIA ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा सहित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम देने की घोषणा की थी। सूत्रों के मुताबिक, दुनिके भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में दविंदर बंबीहा गिरोह को सहायता, फंडिंग से मजबूत कर रहा था। उसका झुकाव खालिस्तान समर्थक संगठनों की ओर भी था, लेकिन वह ज्यादातर जबरन वसूली के लिए कॉल करता था और ‘सुपारी’ हत्याओं में शामिल था।
दुनिके अपने सहयोगियों और राज्य में अपराधियों की सर्वाधिक वांछित सूची में शामिल लोगों के माध्यम से पंजाब और आसपास के राज्यों में अपराधों को अंजाम दे रहा था। पिछले साल 14 मार्च को दुनिके ने जालंधर के मल्लियां गांव में एक कबड्डी मैच के दौरान अपने साथियों की मदद से कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल की हत्या की साजिश रची थी। उसके खिलाफ पंजाब और आसपास के राज्यों में हत्या और अन्य जघन्य अपराधों के 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
सुक्खा दुनिके की हत्या एक अन्य खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव के बीच हुई। निज्जर, जो भारत में वांछित था। उसको जून में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मार दी गई थी। सोमवार को कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि देश की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और हरदीप सिंह निज्जर के बीच संबंध की जांच कर रही हैं, जिन्हें उन्होंने “कनाडाई नागरिक” कहा था। निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख था।