Big Breaking: हिमाचल में सियासी संग्राम! वीरभद्र सिंह के बेटे का मंत्री पद से इस्तीफा, भाजपा के पांच विधायक सस्पेंड
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में लगातार सियासी हलचल बढ़ती जा रही है। यहां राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग के बाद घमासान मचा हुआ है। इस बीच एक बड़ा अपडेट सामने आया है। खबरों की मानें तो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर मैंने प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को इस बारे में बता दिया है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं और वर्तमान हालात को देखते हुए मैं इस सरकार में नहीं रह सकता हूं। इस बीच खबर आ रही है कि स्पीकर ने भाजपा के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया है।
विक्रमादित्य सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी पिता को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने पिता की तुलना आखिरी मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर से की। उन्होंने कहा कि पूरा चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर हुआ। भारी मन के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस व्यक्ति की वजह से हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनी, उनकी मूर्ति लगाने के लिए शिमला के मॉल रोड पर 2 गज जमीन नहीं दी। ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव जिन परिस्थितियों में हुए थे, उस समय नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह ने मिलकर प्रयास किए। वीरभद्र सिंह का नाम तब चुनावों में इस्तेमाल किया गया। कांग्रेस पार्टी की तरफ से विज्ञापन के जरिए वीरभद्र की फोटो के जरिए जनता से वोट मांगे गए। मैंने कभी पद की लालसा नहीं की। विधायकों के साथ अनदेखी हुई है। विधायकों को प्रताड़ित किया गया है। सरकार की गवर्नेन्स हमारे सामने है। बार-बार इन मसलों को हाईकमान के समक्ष उठाया गया। सरकार को बनाने में हमने बहुत ही मतवपूर्ण योगदान दिया है। चुनी हुई सरकार के सामने अपने हर वायदे को पूरा करना।