"हाॅट सीट" यानी नैनीताल पर अभी तक तय नहीं हुई दावेदारी

हाॅट सीट यानी नैनीताल लोकसभा सीट!ये दोनो ही एक दूसरे का पर्याय बन चुके हैं जबसे देश आजाद हुआ है तबसे लेकर आज तक तीन बार ही बीजेपी ने अपना परचम यहां लहराया वो भी तब जब बीजेपी ही सत्ता में रही,लेकिन कांग्रेस का तो नैनीताल जैसे घर ही हो 12 बार कांग्रेस नैनीताल लोकसभा सीट पर काबिज रही।नैनीताल को अगर कांग्रेस का गढ़ कहा जाये तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी।नैनीताल की हाॅट सीट पर पूर्व मिस इंडिया नैना बलसावर भी अपनी किस्मत आजमाने दावेदारी पेश कर चुकी हैं लेकिन उनके सितारे यहां कुछ काम नही आये ।

अब आगामी चुनाव में देखना ये है कि राम मंदिर के नाम पर या मोदी लहर के नाम की हवा या फिर शहजादे की नई लहर इस सीट पर बैठने के लिये काम आयेगी

बीजेपी से फिलहाल स्थिती साफ नही हो पा रही कि नैनीताल सीट पर किसको लड़ाया जाये कभी कोश्यारी  सीधे तौर पर चुनाव लड़ने से मना भी नही कर रहे तो कभी वो कहते है कि नौजवानो मे से कोई इस सीट पर लड़े तब पुष्कर धामी के नाम की चर्चाये गरम होने लगती हैं या अजय भट्ट को लेकर भी असमंजस की स्थिती बनी हुई है बीजेपी अब नैनीताल सीट के लिये किसे टिकट देगी इस पर्दे से भी जल्द राज खुलने वाला है।

कांग्रेस की स्थिती भी अभी धुंधली ही है क्योंकि कयास लगाये जा रहे हैं कि हरिद्वार सीट छोड़ कर इस बार हरीश रावत नैनीताल का रूख करने को कमर कस चुके हैं।अगर कोश्यारी इस बार सीट छोड़ते हैं तो ये तय है कि कांग्रेस अपनी रणनीति जरूर बदल लेगी।