-टिहरी की बेटी ने किया नाम रोशन

कॉंटेंट लिखे....टिहरी
स्टोरी न्यूज़ स्लग-
इलेक्ट्रोनिक दुकानदार की बेटी बनी पीसीएस अधिकारी |
एंकर- कहते हैं की जिनके सपनों में उड़ान होती है, उनको हकीकत में पंख लगने
में जादा देर नहीं लगती | और यही साबित किया है टिहरी जिले के प्रतापनगर विधानसभा
में पड़िया गावं की 25 वर्षीय भारती भंडारी ने , टिहरी की इस बेटी ने हाल ही में
पी०सी०एस० [लोक सेवा आयोग] की परिक्ष पास की है| और भारती का
चयन जिला बाल विकास अधिकारी के पद पर हुआ है | जिससे इनके माता पिता और परिवार
जनों में बेहद ख़ुशी का माहौल बना हुआ है |
भारती एक मिडिल क्लास फैमली को बिलोम करती है भारती के पिता हिम्मत सिंह
भण्डारी ने रोजगार की तलाश में आज से 3 दशक पहले अपने गावं घर छोड़ चंबा चले आये थे
और चम्बा आ कर हिम्मत सिंह ने एक इलेक्ट्रोनिक की दुकान शुरू की थी |जो शायद उस
समय की चम्बा शहर में इलेक्ट्रिशियन की पहली दुकान रही होगी| हिम्मत सिंह भण्डारी
की दो बेटियाँ हैं भारती और ज्योति जिनमे
भारती बड़ी है भारती की प्रारम्भिक f’k{kk चम्बा के सरस्वती शिशु मंदिर में हुई जहां भारती ने पांचवी क{kk तक
पढाई की इसके बाद भारती का चयन नवोदय विद्यालय पौखाल में हुआ जहाँ भारती ने 2005
में हाई श्कूल और 2007 में इन्टर की परि{kk पास की इन्टर में भारती ने गणित विषय में 99%
अंक हासिल किये थे | इसके बाद भारती ने पीछे मुड कर नहीं देखा और लगातार अपने ल{kय की तरफ
बढती रही | भारती ने पन्त नगर विवि उधमसिंह नगर से बीएससी व् एमएससी की पढाई पूरी कर
देहरादून में पीसीएस की तैयारी शुरू कर दी एक साल पूर्व भारती ने पीसीएस की परि{kk दी थी
| भारती के पिता का कहना है की भारती बचपन से ही प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहती थी जिसके
लिए ओ कई कई घंटों पढाई करती थी रात को देर तक जाग कर पढ़ती थी कड़ी मेहनत और दृढ
इरादों के बदौलत आज भारती एक पीसीएस अधिकारी बन गई हैं| उन्होंने अपने माता पिता
के साथ साथ जिले का प्रदेश का गौरव बढाया है अपनी कामियाबी का श्रेय भारती अपने
माता-पिता को देती हैं |
भारती के पिता का
कहना है की उनकी दो बेटियां हैं जिनको उन्होंने कभी बेटों से कम नहीं समझा और ना
ही कभी महसूस किया की उनका कोई बेटा नहीं है और आज उनकी बेटी की वजह से लोग उनको
जानने लगे है |क्योंकि आज के इस समाज में बेटियाँ ही हैं जो जादा तर अपने माता
पिता का ख़याल रखती है और उन लोगों के लिए भी सन्देश दिया जिनकी बेटियां हैं और
बेटे नहीं, जो बेटों की चाह में बेटियों को मार देते हैं और बेटी पैदा होने पर माँ
को कोसते हैं ऐसे सभी लोगों को की ओ बेटियों से नफरत न करें बेटियों को बेटों से
कम न समझें क्योंकि आज के युग में बेटियां ही सबसे जादा आईएएस,पीसीएस आइपीएस जैसे
जिम्मेदार पदों पर बैठी हुई हैं| इसलिए
सोच बदलो तो समाज बदलेगा और बदल रहा है |