हैप्पी नेशनल डॉक्टर्स डे: असली फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स का सम्मान दिवस

कोरोना वारियर्स की जब बात होती है तब सबसे पहले सिर्फ डॉक्टर्स ही दिमाग मे आते हैं क्योंकि आज फ्रंट लाइन में खड़े होकर डॉक्टर्स ही कोरोना महामारी से दिन रात लड़ रहे हैं आज इन्ही कोरोना वारियर्स का दिन है जी हां आज नेशनल डॉक्टर्स डे है जो हर साल एक जुलाई को भारत में मनाया जाता है। दरअसल इस दिन महान फिजिशियन और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधान चंद्र राय की पुण्यतिथि है। उनका जन्म 1 जुलाई 1882 में बिहार के पटना जिले में हुआ था। डॉ. राय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। 80 वर्ष की आयु में 1962 में अपने जन्मदिन के दिन यानी 1 जुलाई को ही उनकी मृत्यु हो गई थी। उन्हीं के सम्मान में नेशनल डॉक्टर्स दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार ने नेशनल डॉक्टर दिवस मनाने की शुरुआत 1991 में की थी। दुनियाभर में डॉक्टर्स डे अलग-अलग तारीख को मनाया जाता है। अमेरिका की बात करें तो यहां 30 मार्च को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। वहीं क्यूबा में 3 दिसंबर और ईरान में 23 अगस्त को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। 


कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण में  कोरोना वारियर्स की भूमिका को पूरा देश सलाम कर रहा है। आज ही नहीं हमेशा से डॉक्टरस ही वास्तव में सच्चे हीरो हैं। इंदिरा आईवीएफ की सीईओ डॉक्टर क्षितीज का कहना है कि आज के इस कठिन समय हम सभी उन्हें एक वास्तव के हीरो देख रहे हैं। डॉक्टर्स डे एक अवसर है जब हम इन सभी हीरो को इनके योगदान के लिए धन्यवाद कर सकते हैं। इस महामारी के इस समय में इन लंबे समय तक काम करना भुलाया नहीं जा सकता ।