हरिद्वार मंदिरों के कपाट आज तड़के श्रद्धालुओं के लिए खुले

चंद्रग्रहण के चलते कल दोपहर बंद हुए मंदिरों के कपाट आज तड़के 4 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलने के बाद सबसे पहले भगवान का गंगाजल दूध आदि से जलाभिषेक कर उन्हें पवित्र किया गया ग्रहण के दौरान लोगों ने गंगा किनारे बैठ आसुरी शक्तियों को कम करने के लिए पूजा पाठ भी किया सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं के आने का तांता लगा हुआ है


कल लंबे समय बाद किसी बड़े त्योहार पर चंद्र ग्रहण लगा था। इस ग्रहण के चलते कल दोपहर से ही सूतक लग लग गया था जिस कारण तमाम मंदिरों के कपाट दोपहर में ही बंद कर दिए गए थे महंत अशोक गिरी ने बताया कि ग्रहण के चलते रात में पूजा पाठ हुआ ग्रहण में दैवीय शक्ति क्षीण होती है इसलिए पूजा पाठ से इसे हासिल किया जाता है सुबह 4 बजे से मंदिरों के कपाट खुल गए हैं


कपाट खुलने के बाद श्रद्धालुओं में भगवान दर्शन के लिए काफी उत्साह देखने को मिला श्रद्धालुओं का कहना है कि ग्रहण के दौरान देव स्पर्श या पूजन वर्जित होता है ग्रहन के बाद लोग गंगा पूजन कर रहे हैं और उसके बाद भगवान का पूजन कर रहे हैं