सीएस उत्पल कुमार ने किया दयारा बुग्याल की हसीन वादियों का दीदार

उत्तरकाशी।
जनपद के दौरे पर पहुंचे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने शनिवार को दयारा बुग्याल क्षेत्र हसीन वादियों का लुत्फ उठाया।इस दौरान उन्होंने गोई तोक में बने चाल खाल में पूजा अर्चना कर सभी लोगों को जल संरक्षण के लिए कार्य करने की शपथ दिलाई। साथ ही अधिकारियों को दयारा बुग्याल ट्रैक की मरम्मत कराने व कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था करने के साथ ही सूचना पट लगाने के निर्देश भी
दिए।
बता दें कि प्रदेश के मुख्य सचिव तीन दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी पहुंचे हैं। शुक्रवार रात को रैथल में विश्राम के पश्चात मुख्य सचिव शनिवार को रैथल से दयारा बुग्याल ट्रैक पर रवाना हुए। करीब 4 किमी की ट्रैकिंग करते हुए गोई तोक पहुंचकर उन्होंने यहां वर्षा जल संरक्षण के लिए बनाई गई चाल खाल का निरीक्षण किया। साथ ही पारंपरिक रीति रिवाजों के तहत जल पूजा कर सभी अधिकारियों व ग्रामीणों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि
जल संकट पूरे विश्व भर में बड़ी समस्या बनता जा रहा है। लेकिन उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में आज भी पारंपरिक ज्ञान के आधार पर जल स्रोतों का संरक्षण व संवर्धन किया जा रहा है। जिससे सीख लेते हुए अधिकारियों को
वृहद स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाना चाहिए। जिस पर डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि गोई तोक में मनरेगा व वन विभाग के अंतर्गत 6 लाख 85
हजार की लागत से प्राकृतिक तालाब बनाने व पौधारोपण कार्य किए जाने की योजना तैयार की गई है। इसके बाद सभी लोग करीब 2 किमी का ट्रैक करते हुए दयारा बुग्याल पहुंचे। जहां मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दयारा ट्रैक की
मरम्मत करने के निर्देश दिए। साथ ही पूरे ट्रैक रूट पर कूड़ादान व सूचना पट लगाने को कहा। ताकि दयारा आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो साथ ही क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य भी बना रहे। दयारा
बुग्याल में कुछ समय बीताने के बाद मुख्य सचिव सभी अधिकारियों के साथ बार्सू गांव के लिए रवाना हुए।
इस मौके पर डीएफओ संदीप कुमार, सीडीओ प्रशांत आर्य, एसडीएम आकाश जोशी, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि राजेंद्र खत्री, उप प्रभागीय वनाधिकारी राज बहादुर सिंह, रेंज अधिकारी लाखीराम आदि
मौजूद रहे।
जनपद के दौरे पर पहुंचे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने शनिवार को दयारा बुग्याल क्षेत्र हसीन वादियों का लुत्फ उठाया।इस दौरान उन्होंने गोई तोक में बने चाल खाल में पूजा अर्चना कर सभी लोगों को जल संरक्षण के लिए कार्य करने की शपथ दिलाई। साथ ही अधिकारियों को दयारा बुग्याल ट्रैक की मरम्मत कराने व कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था करने के साथ ही सूचना पट लगाने के निर्देश भी
दिए।
बता दें कि प्रदेश के मुख्य सचिव तीन दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी पहुंचे हैं। शुक्रवार रात को रैथल में विश्राम के पश्चात मुख्य सचिव शनिवार को रैथल से दयारा बुग्याल ट्रैक पर रवाना हुए। करीब 4 किमी की ट्रैकिंग करते हुए गोई तोक पहुंचकर उन्होंने यहां वर्षा जल संरक्षण के लिए बनाई गई चाल खाल का निरीक्षण किया। साथ ही पारंपरिक रीति रिवाजों के तहत जल पूजा कर सभी अधिकारियों व ग्रामीणों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि
जल संकट पूरे विश्व भर में बड़ी समस्या बनता जा रहा है। लेकिन उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में आज भी पारंपरिक ज्ञान के आधार पर जल स्रोतों का संरक्षण व संवर्धन किया जा रहा है। जिससे सीख लेते हुए अधिकारियों को
वृहद स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाना चाहिए। जिस पर डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि गोई तोक में मनरेगा व वन विभाग के अंतर्गत 6 लाख 85
हजार की लागत से प्राकृतिक तालाब बनाने व पौधारोपण कार्य किए जाने की योजना तैयार की गई है। इसके बाद सभी लोग करीब 2 किमी का ट्रैक करते हुए दयारा बुग्याल पहुंचे। जहां मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दयारा ट्रैक की
मरम्मत करने के निर्देश दिए। साथ ही पूरे ट्रैक रूट पर कूड़ादान व सूचना पट लगाने को कहा। ताकि दयारा आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो साथ ही क्षेत्र का प्राकृतिक सौंदर्य भी बना रहे। दयारा
बुग्याल में कुछ समय बीताने के बाद मुख्य सचिव सभी अधिकारियों के साथ बार्सू गांव के लिए रवाना हुए।
इस मौके पर डीएफओ संदीप कुमार, सीडीओ प्रशांत आर्य, एसडीएम आकाश जोशी, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, अधिशासी अभियंता लोनिवि राजेंद्र खत्री, उप प्रभागीय वनाधिकारी राज बहादुर सिंह, रेंज अधिकारी लाखीराम आदि
मौजूद रहे।