साइकिल से यात्रा कर पर्यावरण को बचाने का सन्देश दिया

कहते है जब हौसले बुलंद हो तो अच्छे अच्छे लोगों को मात दी जा सकती है । इसी कडी में हल्द्वानी के छडायल सुयाल के रहने वाले 58 वर्षीय भूपेंद्र सिंह मेहरा के आगे ना तो उम्र आडे आ रहीं है और ना हीं उनके हौसले को मात दी जा सकती है। उनका एक ही लक्ष्य है एक ही सपना है पर्यावरण को बचाना जिसके लिये वो लगातार प्रयासरत है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर भूपेंद्र सिंह मेहरा ने साईकिल से भारत भ्रमण में राज्यों का कई बार दौरा कर चुके है तो वहीं उत्तराखंड में आई 2013 की त्रासदी से आज भी उनके दिल में पीड़ा देखने को मिल रहीं है। उनका कहना है कि पहाडों पर बडे डैमों व पेडों का अनावाश्यक दोहन पर केंद्र सरकार व राज्य सरकारों को सोच समझ कर हीं कदम उठाना चाहिये।

पर्यावरण संरक्षण के लिये उत्तराखंड टूरिज्म से टाईअप करके साईकिल से यात्रा पर निकले भूपेंद्र सिंह मेहरा ने अपनी यात्रा 16 अक्टूबर 2017 को राज्य की राजधानी देहरादून से शुरु की थी। तो वहीं तीन महीने की यात्रा में उन्होंने उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश छत्तीसगढ महाराष्ट्रा गुजरात राज्स्थान पंजाब समेत कई राज्यों का भ्रमण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण की जानकारी दी। जहां पर्यावरण प्रेमी उनके पर्यावरण संरक्षण को लेकर साईकिल यात्रा की सरहाना कर रहें है।

इधर हल्द्वानी पहुंचे भूपेंद्र सिंह मेहरा जहां पर्यावरण के संदेश को लेकर बाजार में साईकिल से ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये जागरुक कर रहें है तो वहीं यूवा वर्ग में भी उनके जज्बे को लेकर प्रेरणा दिखने को मिल रहीे है। साथ ही स्थानीय लोग भी उनके पहल की सरहाना कर रहें है।

पर्यावण संरक्षण को लेकर यात्रा से लौटे भूपेंद्र सिंह मेहरा बताते है कि पर्यावरण से छेडछाड कितनी खतरनाक बन सकती है। उनका कहना है कि राज्य में 2013 में आयी त्रासदी पर्यावरण से छेडछाड का ही नतीजा था। जिसमें हजारों लोगों को असमय ही अपनी जान गवांनी पडी थी। जिससे पर्यावरण को बचाने के लिये उनके दिल में हुई पीडा ने हीं उन्हंे पर्यावरण संरक्षण को लेकर  लोगांे को जागरुक करने के लिये प्रेरित किया। और उन्होंने अब तक छः बार कई राज्यों में साईकिल से पर्यावरण संरक्षण को लेकर संदेश दें चुकें  है। जहां इस बार उन्हें राज्य के पर्यटन बोर्ड से भी सहयोग मिला तो वहीं उन्होंने राज्य व केंद्र सरकारों को इस दिशा में कदम उठाने के साथ लोगों से भी पर्यावरण के प्रति जागरुक होने की अपील की है।