सभी पत्रकार सावधान!!!आपके फ़ोन पर है किसी की नज़र।

भारतीय पत्रकारों पर कोई टकटकी लगा कर जासूसी कर रहा है, और इसकी उन्हें भनक तक नही है,जी हाँ सबसे ज़्यादा चर्चित सोशल मीडिया की एप व्हाट्सएप ने इज़राइल की एक जासूसी कंपनी NSO पर संगीन आरोप लगाया है कि ये कंपनी भारतीय पत्रकारों और भारत के सामाजिक कार्यकर्ताओ की जासूसी कर रही है,व्हाट्सएप ने इस जासूसी कंपनी की हैकिंग की पुष्टि करते हुए कहा है कि इज़राइली कंपनी NSO ने फ़ेसबुक के हैंडओवर वाली मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म सर्विसेज के ज़रिए पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी की है,इस पुष्टि के साथ ही व्हाट्सएप ने इज़राइली कंपनी NSO के खिलाफ़ मुकदमा भी दायर कर दिया है।इससे पहले भी NSO पर लोगों के निजी डेटा को चुराने के कई आरोप लग चुके है और इस बार तकरीबन 1400 लोगो के प्राइवेट डेटा को चुराने का आरोप व्हाट्सएप ने NSO पर लगाया है।ये सभी चोरियां पैग़सुस (peagasus) सिस्टम के ज़रिए की जा रही हैं,इन चोरियों से सतर्क रहने के लिए व्हाट्सएप ने 12 से भी ज़्यादा पत्रकारों,वकील, कार्यकर्ताओं, प्रोफेसर्स को आगाह किया है।

वहीं NSO ने इन आरोपो को सिरे से खारिज़ किया है,जबकि व्हाट्सएप के मुख्य अधिकारी का कहना है कि हालांकि एनएसओ सरकार के किये ही काम करती है पर हमें रिसर्च में 100 से ज़्यादा यूज़र्स कंपनी के निशाने पर पाए गए हैं, ये साफ तौर पर अमेरिका और कैलिफोर्निया के नियमो का उल्लंघन है।NSO खास तकनीक से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है जिसके जरिये कंपनी किसी भी ऐंड्रॉयड, ब्लैकबेरी, आईओएस के ऑपरेटिंग सिस्टम को आसानी से हैक कर सकती है।ये सिस्टम यूज़र्स को उनके डिवाइस में एक विशेष लिंक को क्लिक करने के लिए मजबूर कर देता है,ऐसा करते ही यूज़र्स के फ़ोन में लगे सभी लॉक टूट जाते हैं, इसके बाद ये कंपनी peagasus सिस्टम इंस्टॉल कर देती है और यूज़र्स का सारा डेटा आसानी से ले लेती है।इतना ही नही कंपनी अपने इस सिस्टम के ज़रिए यूज़र्स का फ़ोन हैक करने के बाद कैमरे से फ़ोटो भी क्लिक कर सकती है।इसीलिए आप भी होशियार हो जाइए।अगर आपके फ़ोन में कोई भी लिंक आये तो क्लिक करने से बचें, और अगर आप क्लिक करने के लिये मजबूर ही हो जाये तो बेहतर होगा अपना फ़ोन ही ऑफ कर दे, फिर 10 से 15 मिनेट बाद ऑन करे।