रोड नहीं तो वोट नहीं

जिला पिथौरागढ़ के डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत तहसील डीडीहाट के ग्राम पंचायत कानाधार के समस्त ग्राम वासियों ने इस संसदीय चुनाव में मतदान  बहिष्कार का फैसला किया। यहां बताते चलें कि ग्राम पंचायत कानाधार में 2 गांव कानाधार  तथा मलान आते हैं जिसकी कुल आबादी लगभग 500 है। आजादी के इतने वर्षों बाद भी यहां के लोग मूलभूत सुविधाएं जैसे कि फोन सुविधा चिकित्सा सुविधा यहां तक की सड़क से भी वंचित है, यह गांव सड़क मार्ग से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर है जिस कारण लोगों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है इसलिए लोगों का यह स्पष्ट कहना है कि "रोड नहीं तो वोट नहीं"।ग्राम प्रधान राजेश पंत के अनुसार 500 की जनसंख्या वाले इस गांव में अभी तक मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है,तथा नेतागण केवल चुनाव के समय ही इस गांव की ओर देखते हैं कई बार सड़क की मांग को लेकर वे अधिकारियों तथा नेताओं से मिल चुके हैं परंतु आजादी के इतने वर्षों बाद भी एक सड़क के लिए लोग रो रहे हैं। मतदान बहिष्कार का पूर्ण असर भी देखने को मिला शाम 5:00 बजे तक भी किसी ग्रामीण ने एक भी वोट नहीं दिया। ग्राम प्रधान राजेश पंत तथा समस्त ग्राम वासियों का स्पष्ट कहना है कि 2 माह के भीतर यदि हमें शासनादेश प्राप्त नहीं हुआ, तो आगे भी हम सभी प्रकार के चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करेंगे।अधिकारियों तक मतदान बहिष्कार की खबर पहुंचने के बाद अधिकारियों द्वारा इस गांव का भ्रमण किया गया, तथा दिन में लोगों से बातचीत करने का प्रयास किया गया लाख मान मनोबल के बाद भी ग्रामीण वोट देने को तैयार नहीं हुए। जब अधिकारियों के द्वारा उनसे यह पूछा गया कि आपको कोई जबरन वोट देने से रोक तो नहीं रहा है, इस पर समस्त ग्राम वासियों का एक ही मत था, "रोड नहीं तो वोट नहीं।"