मीडिया को पिलाया 56 इंच से दूध !

मामला आज का है उत्तराखंड कांग्रेस की जानी मानी प्रवक्ता गरिमा दसौनी जो मीडिया के गलियारों में खुद स्थापित करने और सुर्ख़ियों में बने रहने की कोशिश करती रहती है , प्रवक्ता जी ने आज सोशल मीडिया पर एक कार्टून शेयर किया है जिसमें मोदी अपने 56 इंच की छाती से मीडिया को दूध पिला रहे है ,कार्टून में महिला के कपडे में मोदी दिखाए गए है जिनके  हाथ में "कॉर्पोरेट कैम्पेन डोनेशन" का बैग है और मीडिया को बच्चा दिखाया गया है और सबसे बड़ी बात  यह कि कार्टून अमेरिकी मैगजीन 'TIME' के कवर पर छपा दिखता है I



आंखिर क्या है इस कार्टून के पीछे ? 

TIME मैगजीन ने कभी मोदी का कार्टून नहीं छापा ,मई 2012 में मैगजीन ने जो असल कार्टून छापा था उसमें एक महिला को बच्चे को दूध पिलाते हुए दिखाया गया है ,महिला से इशारा उन कॉर्पोरेट कंपनियों की तरफ था .जो चुनाव में पार्टियों को डोनेशन देती है और दूध पीते बच्चे से इशारा रिपब्लिकन पार्टी कांग्रेस की तरफ था ,बच्चे की पीठ पर लिखे GOP का फुल फॉर्म"  ग्रैंड ओल्ड पार्टी " है इसे रिपब्लिकन पार्टी के लिए इस्तेमाल किया जाता है I


 


इस कार्टून का मतलब क्या है ?

हमारे यहाँ चुनाव में कई पार्टिया होती है जिनकी अलग अलग विचारधाराए होती है लेकिन अमेरिका में केवल दो ही पार्टी है रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक I

राजनीती में पैसा माँ की दूध की तरह होता है इसलिए कार्टून का सही मतलब ये बताना था कि किस तरह से अमेरिका में बड़े कारपोरेशन माँ की तरह रिपब्लिक पार्टी

 ( बच्चे ) को दूध पिलाकर ( पैसे देकर ) आगे बड़ा रहे है I

ये कार्टून डेविस होर्सी ने बनाया था जो लॉस एंजिलिस टाइम्स के पोलिटिकल कमेंटेटर है .दो बार पुलित्जर अवार्ड जीत चुके डेविड एडिटोरियल कार्टूनिस्ट और कॉलमिस्ट है I

इसमें मोदी और मीडिया कहा से आ गए ?

2014 से लेकर 2016 तक केंद्र सरकार ने पी एम मोदी के विज्ञापनों पर 1100 करोड रूपये खर्च किये और लगातार विरोदी दल पैसे के जरिये मीडिया को प्रभावित करने का आरोप मोदी लगते आ रहे है I 

कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी की मंशा :

गरिमा दसौनी ने आज लगभग 4 घंटे पहले ये कार्टून शेयर किया है और उस पर कमेंट भी लिखे है कि अंतर्राष्ट्रीय जगत हमारी मीडिया के लिए किस तरह की सोच रखता है -

कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी द्वारा फेक कार्टून शेयर कर मीडिया और मोदी के बारे में बताया हो न हो लेकिन अपनी सोच के बारे में जरूर मीडिया को बता दिया है कि राजनीति के रसातल में जा चुकी उत्तराखंड कांग्रेस किसी भी स्तर तक जा सकती है अपनी सोच को अंतर्राष्ट्रीय सोच बताने वाली गरिमा दसौनी शायद ये भूल गयी कि वो अब सामाजिक जीवन में है, और जनता उन्हें देख रही है I

कांग्रेस  के पलीते में आग लगाने वाले ऐसे न जाने कितने प्रवक्ता है जो सोशल मीडिया की फेक यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होकर स्वयं को महाज्ञानी पंडित समझ लेते है और बिना सोचे समझे मोदी इर्ष्या के कारण फेक न्यूज़  प्रसारित करने में सबसे आगे रहते है , और अपनी ही पार्टी की छीछालेदर करा देते है I

लोकसभा चुनाव के वक़्त इस तरह के फेक कार्टून को शेयर करना हो सकता है राजनैतिक  षड्यंत्र का हिस्सा हो और प्रवक्ता जी सोच रहे हो कि शाबाशी मिलेगी लेकिन ये भारत की मीडिया है झूठ पकड़ ही लेती है I अब देखना ये खास होगा कि कांग्रेस इसे किस तरह देखती है ?