माल्टे का समर्थन मूल्य घोषित न होने से काश्तकार असमंजस में

प्रदेश में माल्टे का  समर्थन मूल्य अभी तक घोषित न होने के कारण काश्तकार असमंजस की स्थिति में है। माल्टे का उत्पादन इस बार भी बम्पर हुआ है, लेकिन मई माह में ओलावृष्टि के कारण हज़ारों टन माल्टा दागी हो गया था। माल्टे के दागी हो जाने से और समर्थन मूल्य घोषित न होने से माल्टा काश्तकारों के घर पर ही पड़ा है। अब मजबूरी में काश्तकारों को अपने निजी उपयोग के लिए ही इसका उपयोग जूस बना कर करना पड़ रहा है।पौड़ी के उद्यान एवं प्रसंस्करण यूनिट में अभी तक 80 हज़ार किलो माल्टे का जूस बनाया गया है और अभी  दो माह का समय और है। जिले में पौड़ी यूनिट ने पिछले साल 60 हज़ार 60 किलो माल्टे के जूस का उत्पादन किया, जिससे तमाम खर्चे निकल कर 2लाख की आय भी यूनिट को हुई है। जिले में इसी तरह की 7 यूनिट कार्य कर रही है।