मसूरी वोटर लिस्ट मेें भारी गड़बड़ी

मसूरी वोटर लिस्ट में भारी गढबढी का खमियाजा इस बार मतदाताओं को भुगतना पडेगा। बता दे की मसूरी नगर पालिका परिषद के चुनाव अप्रैल माह में होना प्रस्तावित है। जिसको लेकर प्रशासन द्वारा तैयारी की जा रही है। वही मतदाताओं के नाम को मतदाता सूची में दर्ज करने के लिये बीएसओ को नियुक्त कर घर घर जाकर मतदाताओं के पहचान कर दर्ज करने का कार्य दिया गया था, जिसको लेकर उनको चुनाव आयोग के द्वारा जारी किये गए फार्म को भरकर नगर पालिका परिषद में जमा करने थे, जिसको किया भी गया परन्तु चुनाव आयोग के द्वारा नियुक्त डाटा एंट्री के लिये लगाये गए कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हाल में प्रकाशित हुई वोटर लिस्ट में कई खामिया देखने को मिली। वोटर लिस्ट में कई के नाम में गलतियां है तो कई के उपनाम ही बदल दिये गए है। जिस कारण मतदाताओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। वही सूत्रो के हवाले से यह भी सूचना मिल रही है। हाल में तैयार हुई नगर पालिका परिषद के चुनाव के मतदाता सूची में धनोल्टी विधान सभा से कई नामों को दर्ज किये गए है। जिससे पालिका के चुनाव में वह गडबडी कर सके। वही स्थानीय लोगो ने इस पर कडा एतराज जताते हुए चुनाव आयोग से तत्काल मामले का संज्ञान लेकर मसूरी और धनोल्टी क्षेत्र की विधानसभा की वोटर लिस्ट का परिक्षण करवाकर धनोल्टी विधान सभा क्षेत्र की वोटर लिस्त में दर्ज नामो के मसूरी नगर पालिका परिषद के मतदाता लिस्त में दर्ज होने पर तत्काल कटवाये जाये जिससे चुनाव पारदर्शिता से हो सके।

मसूरी पालिका परिषद के अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने भी माना कि हाल में प्रकाशित मतदाता सुची में कई खामिया है जिससे मतदाता को अपने मत का प्रयोग करने में खासी परेशानियों का सामना करना पडेगा। उन्होने कहा कि जल्द वह देहरादून जिलाधिकारी से मिलकर मसूरी नगर पालिका परिषद की मतदाता सूची में हो रखी गड़बड़ियों को ठीक कराने की मांग करेगे। 

मसूरी एसडीएम मीनाक्षी पटवाल ने कहा कि मसूरी नगर पालिका परिषद की मतदाता सूची में गडबडी डाटा एंट्री के दौरान हुई है। उन्होने कहा कि 12 फरवरी तक मतदाता मसूरी नगर पालिका परिषद जाकर मतदाता सूची में देख ले और अगर कोई त्रुटि है तो उसके लिये पपत्र है जिसको भरकर वह अपने नाम या उपनाम को ठीक करवा सकते है। वही अगर किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज नही है तो वह भी पपत्र भरकर नाम दर्ज करवा सकता है। उन्होने कहा कि उनके द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची का परिक्षण करवाया जा रहा है और अगर  मतदाता सूची को तैयार करने में किसी भी संबधित अधिकारी की लापरवाही समाने आई तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।