मसूरी में ठेकेदारों का प्रदर्शन

मसूरी में ठेकेदार कल्याण समिति ने अपना बकाया भुगतान समेत आठ सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लंबित भुगतान की मांग और टेंडर प्रक्रिया में सुधार, पंजीकरण, जीएसटी में छूट दिए जाने समेत अन्य मांगों पर चर्चा के बाद भी कार्रवाई न होने से ठेकेदार सरकार से खफा हैं। जिसके तहत ठेकेदारों ने मसूरी में आकर विभिन्न विभागों के द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यो को रूकवाया गया तो कई जगहों पर निर्माण को घ्वस्त किया गया। वही ठेकेदारों ने प्रदेष सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर सरकार पर ठेकेदारों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। ठेकेदारों ने कहा कि प्रदेष की सरकार अफसरषाहों की हाथ कि कटपुतली बनकर रह गई है वह पूर्व में बडे घोटले और भ्रश्टाचार को अंजाम देने वाले अफसर को वर्तमान सरकार ने संरक्षण देने का काम कर रही है। उन्होने कहा कि अगर सरकार ने जल्द उनकी मागों पूरी नही की तो व अपने आदोलन को उग्र रूप देगे। वह पूरे प्रदेश के पीडब्ल्यूडी और सिंचाई मुख्यालय में तालाबंदी करेंगे और चेतावनी दी कि प्रदेश में चल रहे सभी कार्यों को रोके देंगे। 

अध्यक्ष गोविंद सिंह पुंडीर ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के लोगों को पलायन करने पर मजबूर कर रही है। वह छोटे-छोटे टेंडरों को बाहर के कंपनियों को देकर यहां के ठेकेदारों को बेरोजगार करने का काम रही है। उन्होने कहा कि सरकार की नीतियों के ठेकेदारों की बुरी स्थिति हो गई है। पुराने कामों का भुगतान करने की बजाए ठेकेदारों का उत्पीडन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि ठेकेदार सरकार से नही है पर सरकार बिना ठेकेदार के नही चल सकती है। उन्होने कहा कि अगर ठेकदारों की मांग को जल्द पूरा नही करती तो सरकार के खिलाफ हो रहे आंदोलन को और उग्र रूप दिया जायेगा। 

वहीं महासचिव राजेंद्र सिंह कुंवर ने कहा कि यह सरकार हमारी अनदेखी कर रही है। सरकार हमसे बात करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगों को नहीं माना तो हम उग्र प्रदर्शन करेंगे।