बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर नैनीताल में हुआ गहन मंथन

नैनीताल जोखिया के स्टर्लिंग होटल में एशिया भर से आए वैज्ञानिक प्रदूषण निवारण के लिए आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान की ओर से बढ़ते वायु प्रदूषण और उनसे मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर गहन मंथन कर रहे है। कार्यशाला में भारत, जापान, चीन, इंडोनेशिया, श्रीलंका, थाइलैंड, और अन्य देशों से पहुचे वैज्ञानिकों ने शोध कार्यो में नई तकनीक के उपयोग पर जोर दिया है,क्योंकि नई उन्नत तकनीक से न केवल सही डाटा प्राप्त होता है बल्कि उनके परिणाम भी सटीक आते है। डा नाजा ने मीडिया को बताया कि महंगे उपकरणों को केवल 1 या 2 जगहों पर लगाया जा सकता है, जबकि नई तकनीक के सस्ते उपकरणों को हर 10 से 15 किलोमीटर की दूरी लगा कर यह पता लगाया जा सकता है कि प्रदूषण किस क्षेत्र में ज्यादा है और कहा से पैदा हो रहा है जिससे इसकी सटीक जानकारी मिल सकेगी और समय रहते शोध कार्य कर उसके निष्कर्षो का लाभ वायु प्रदूषण को रोकने के लिए किया जा सकेगा।