पड़ताल : मनोज बाजपेयी को लेकर पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने बोला था झूठ ।

एक ओर जहां पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है,हर जगह लॉक डाउन कर दिया गया है वही उत्तराखंड प्रशासन की लापरवाही की कलई खुलती नज़र आ रही है। भारत में कोरोना संक्रमण का पहला मामला जनवरी में आया था ,फरवरी के अंत तक देश के अलग अलग हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले प्रकाश में आये,ये वो वक्त था जब सबसे ज़्यादा एहतियात बरतनी चाहिए थी,लेकिन उस दौरान उत्तराखंड प्रशासन ने ना सिर्फ कुमाऊँ के रामगढ़,मुक्तेश्वर, और उसके आसपास के क्षेत्रों में मुंबई से आये फ़िल्मी सितारों और उनकी क्रू मेंबर्स की टीम को शूटिंग करने की इजाज़त दी बल्कि जब 23 मार्च को राज्य में लॉक डाउन हुआ तब मीडिया से क्रू मेंबर्स के रामगढ़ में ही रुकने की बात भी छुपाई।
जबकि इनदिनों हर रोज़ बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी और दीपक डोबरियाल अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर रामगढ़ के पास सोनापानी और सतखोल की तस्वीर पोस्ट कर रहे हैं जिसका साफ मतलब है कि ये लोग अब भी वहीं हैं।और इनके इस इलाके में रुकने की बात प्रशासन ने छुपाई ,सरकार की ये एक बड़ी लापरवाही आने वाले समय मे कही बहुत बड़ी मुश्किल ना खड़ी कर दे।
आपको बता दें कि आवाज़24x7 ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था और इस बाबत 25 मार्च को डीआईजी कुमाऊँ जगत राम जोशी से बात भी की थी तव उन्होंने बताया था कि मनोज बाजपेयी की टीम यहां शूटिंग करने के लिए आये थे लेकिन अब वो यहां से जा चुके हैं, एयर इसी तर्ज पर थाना प्रभारी भवाली और थाना प्रभारी मुक्तेश्वर से भी आवाज़ के संवाददाता की बात हुई तो उन्होंने जानकारी होने से ही मन कर दिया ।गौर करने की बात है बॉलीवुड टीम को भी शूटिंग करने की परमिशन डीआईजी जगत राम जोशी ने ही दी थी । इतने बड़े पद पर होने के बाद मीडिया से साफ तौर पर झूठ बोलना कही ना कहीं शासन प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। वहीं 25 मार्च को ही आवाज़24x7 ने एसडीएम गौरव चटवाल से भी बात की थी तब उन्होंने ये कहते हुए अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था कि शूटिंग बन्द हो चुकी है क्रू मेंबर्स यहां से जा भी चुके है लेकिन कुछ लोग यही होटल में ही रुके है जिन्हें बाहर आने से मना कर दिया गया है और होटल की चेकिंग भी लगातार की जा रही है,जबकि एसडीएम गौरव चटवाल ने मनोज बाजपेयी के रुकने की खबर को भी छुपा किया,इतना ही नही वहां रुके इन सितारों को होटल भी कैसे उपलब्ध हो गए जबकि लॉक डाउन से पहले ही उत्तराखंड के सभी होटल और रिसोर्ट को सख्ती के साथ बन्द कर दिया गया था,आपको बता दें कि वहाँ रुके ये फ़िल्मी सितारे जंगल भी जा रहे हैं ,और खुल्लमखुल्ला घूम भी रहे हैं,लॉक डाउन के नियमो की धज्जियां उड़ा रहे हैं। गौरतलब है कि जिस दौरान मुंबई से एक वेब सीरीज की शूटिंग के लिए मनोज बाजपेयी के साथ पूरी टीम रामगढ़ आयी थी उस दौरान कोरोना वायरस देश मे अपने पैर पसार चुका था और सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमण के मामले भी महाराष्ट्र में ही देखने को मिले थे,ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने इस टीम को कुमाऊँ में शूटिंग करने की इजाज़त कैसे दी? टीम में आये लोगो की ट्रेवल हिस्ट्री भी चेक नही की गई,टीम के साथ आये क्रू मेंबर्स में से कौन हाल ही में विदेश से लौटा? क्या उन सब की स्क्रीनिंग हुई ?
जो लोग उस दौरान विदेश से वापस भारत आये क्या उन्होंने खुद को 14 दिन होम क्वारेन्टीन किया?उत्तराखंड में भी धीरे धीरे कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे है ऐसे में ये जांच का विषय है की कोरोना वायरस के फैल रहे संक्रमण के बीच आखिर उत्तराखंड सरकार ने शूटिंग की परमिशन देकर इतनी बड़ी चूक कैसे कर दी।