प्रदेश में जमी बर्फ की चादर

चमोली के पहाड़ो पर बर्फ की सफेद चादर बिछी है। चमोली में बर्फ बारी का ये आलम है की तापमान माइनस दस डिग्री तक पहुँच गया है अंदाजा लगाइये जो झरने झरझर बहते थे जो नदिया कलकल बहती थी वो बर्फ से पूरी तरह जम चुकी है।उत्तराखंड के आखिरी बॉर्डर नीतिमाणा का नाम तो आपने सुना होगा यहाँ बहते खूबसूरत झरने अटखेलिया करती हुई बहती नदियाँ मानो किसी जन्नत से कम नजर नहीं आती, लेकिन इस जन्नत के झरनों और बहती नदियों को कुदरत के माइनस तापमान ने अपने आगोश में ले लिया चमोली में नीति घाटी में इन दिनों हाड़ कँपाने वाली सर्दी ने दस्तक दे दी है,पिछले सप्ताह हुई बर्फबारी के बाद यहां सब कुछ जम गया है। पारा यहां शून्य से निचे -7 से -12 तक लुढ़क गया है दिन के उजाले में भी यहां पानी पत्थर बना हुआ है नीति घाटी चमोली जिले में चीन सीमा से लगी अंतिम गांव है। और यहां भोटिया जनजाति के लोग 6 महीने ग्रीष्म काल मे प्रवास करते हैं इन दिनों यहां रहने वाले लोग निचली जगह पर प्रवास करने के लिए आ चुके हैं और नीति घाटी में आईटीबीपी और सेना के जवान मुस्तैद है यहां भारी बर्फबारी के साथ जबरदस्त कड़ाके की ठंड होती है जिसके चलते यहां इस समय रहना मुमकिन नहीं होता है लेकिन चीन सीमा होने के कारण itbp ओर सेना के जवान यहां 12 महीने सीमा पर मुस्तैदी से रहते हैं चाहे ठंड हो या बर्फ जवान यहां हर समय तैनात रहते हैं।इस समय यहां रात का पारा माइनस 8 से माइनस 12 तक लुढ़क रहा है वही दिन के उजाले में यहां पारा माइनस के आसपास ही लुढ़का हुआ है बहता पानी तो यहां पत्थर बन चुका है और टपकता पानी बढ़ती ठंड के चलते हैं कांटों जैसे तीर बन चुके हैं इन कांच की तरह सिकों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं यहां ठंड का क्या हाल होगा ऊपर से टपकता पानी पहाड़ी पर तीर नुमा आकार ले चुका है और पूरी पहाड़ी पर ऐसे न जाने कितने तीर यहां लगे हुए हैं हालांकि एक तरफ धूप होने के कारण पानी सामान्य है लेकिन पहाड़ी की दूसरी तरफ धूप न होने के कारण पानी पूरी तरह से जम चुका है दिन हो या रात हर समय यहां पानी की बूंद बूंद जम रही है लगातार ठंड बढ़ती जा रही है, नहीं अभी भी नीति जाने में जागो जागो बर्फ से लकदक पहाड़ सड़कों के दोनों ओर बस का सुंदर नजारा  दिखाई दे रहा है हालांकि दिखने में जितना सुंदर यह नजारा है यहां रहना भी उतना ही मुश्किल है भले ही बर्फ के बीचो बीच चलने में नजारा इतना दिलकश है कि हर कोई यहां आना चाहता है लेकिन यहां ठंड इतनी ज्यादा है की गाड़ी से बाहर निकलते ही बर्फीली हवाओं का सितम परेशान करने लग जाता है मौसम का मानना है की  प्रदेश के पहाड़ी जनपदों उत्तरकाशी, चमोली ,रुद्रप्रयाग, बागेश्वर ,और पिथौरागढ़ जनपदों में हल्की से हल्की वर्षा और बर्फबारी हो सकती है. वहीं 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी की संभावना जताई गई है।