पहले कोरोना तो अब बेमौसम बारिश की मार

महामारी 'कोरोना वायरस' की विपदा की घड़ी में लोग वैसे ही परेशान हैं, इसी बीच अब देश में बेमौसम बारिश एक मुसीबत बन गई है। रविवार  सुबह ही तेज हवा के साथ बारिश हुई है। इस समय या कहे बेमौसम बारिश का बरसना सबसे अधिक किसानों के लिए मुसीबत बन गया । बेमौसम बारिश व संपूर्ण देश में लॉकडाउन के चलते घर में कैद किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा।


सूबे उत्तराखंड के  जिला मुख्यालय ऊधम सिह नगर क्षेत्र तथा आसपास के इलाकों में सुबह 9 बजे से तेज हवाओ के साथ कई घंटो तक बारिश हुई । क्षेत्र में रविवार सुबह अचानक हुई तेज बारिश ने मौसम में ठंडक घोल दी । मौसम में अचानक आए इस बदलाव से जिला मुख्यालय और आस पास के क्षेत्र ने पाके फसलों को भारी नुकसान हुआ तो वही खेतो मे काट कर रखी गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है ।  


सर्दी की शुरुआत के साथ ही गेहूं की बुवाई करने वाले किसानों की करीब 4 माह की मेहनत पर पानी फिर गया है। कोरोना की महामारी से जूझ रहे किसानो ने बीते 2 सप्ताह में गेहूं की फसल की कटाई शुरू की थी। कटी हुई यह फसल सूखने व संसाधनो के अभाव के लिए खेतों में पड़ी थी। लेकिन अचानक मौसम में आए बदलाव और बारिश के कारण काट कर रखी गई ऐसी फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।


 मौसम विभाग ने प्रदेश के कई इलाकों में मौसम में बदलाव की संभावना जताई थी। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं की वजह से एक-दो दिनों तक यहां बदलाव देखने को मिल सकता है।